
हिमाचल प्रदेश में बारिश की तबाही, 41 की मौत; उत्तराखंड में भी स्थिति खराब
क्या है खबर?
पिछले 24 घंटों में पहाड़ी राज्यों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 41 लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा यहां मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। यहां लगातार हो रही बारिश से राहत और बचाव कार्यों में प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आज रिकॉर्ड बारिश हुई।
बारिश
हिमाचल और उत्तराखंड में पिछले 24 घटों में हुई रिकॉर्ड बारिश
IMD के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के शिमला में एक ही दिन में 131.60 मिमी बारिश हुई, जो रिकॉर्ड में दूसरी सबसे अधिक बारिश है और इसने अगस्त, 2020 का पिछले रिकॉर्ड तोड़ा।
कांगड़ा जिले के सुंदरनगर में 168.40 मिमी के साथ रिकॉर्ड पर तीसरी सबसे अधिक बारिश देखी गई और इसने अगस्त, 2019 के 151.40 मिमी के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
इसके अलावा उत्तराखंड के ऋषिकेश में पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 420 मिमी बारिश दर्ज की गई।
भूस्खलन
हिमाचल में भूस्खलन और बादल फटने से मची तबाही
सोमवार को शिमला के समर हिल इलाके में भूस्खलन के कारण एक मंदिर ढह गया, जिसके चलते कई लोग मलबे के नीचे दब गए। घटनास्थल से राहत बचाव कर्मियों ने 9 शव बरामद किए हैं।
दूसरी तरफ रविवार रात सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से 2 मकान बह गए। इस घटना में एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई।
जिले की बलेरा पंचायत में एक अस्थायी घर ढहने से 2 बच्चों की मौत हुई।
मंडी
हमीरपुर और मंडी जिले में भी कई लोगों की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन से एक और महिला की मौत हो गई। साथ ही हमीरपुर जिले में लगातार बारिश के कारण 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा मंडी जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात हुए भूस्खलन में 2 साल के बच्चे समेत एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सुक्खू ने समर हिल क्षेत्र का किया दौरा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
उन्होंने कहा, "समर हिल में 4 शवों की पुष्टि हुई है और मलबे के अंदर 2-3 लोगों के दबे होने की आशंका है। शिमला के आसपास के इलाकों से कुल 8 शव निकाले गए हैं। मेरा मानना है कि दबे हुए लोगों की संख्या को देखते हुए हम मरने वालों की संख्या के बारे में नहीं कह सकते। हम उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं।"
अमित शाह
अमित शाह बोले- राहत बचाव कार्यों में लगी हैं NDRF की टीमें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश की स्थिति को लेकर ट्वीट किया है।
उन्होंने लिखा, 'हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
उत्तराखंड
उत्तराखंड में रिजॉर्ट के मलबे में दबा परिवार
रविवार रात से जारी बारिश ने उत्तराखंड में भी कहर बरपाया। सोमवार को देहरादून के मालदेवता से सटे कुमाल्डा क्षेत्र में दून डिफेंस एकेडमी का 5 मंजिला भवन ढह गया।
दूसरी ओर पौड़ी जिले के लक्ष्मण झूला क्षेत्र में मोहनचट्टी स्थित एक रिजॉर्ट भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसके कारण एक ही परिवार के 4 से 5 सदस्य मलबे में दब गए। इनमें से एक बच्ची को बचा लिया गया।
मौके पर राहत और बचाव का कार्य जारी है।
मौत
उत्तराखंड पुलिस राहत-बचाव कार्य में जुटी
सोमवार को SDRF ने देहरादून के रायवाला क्षेत्र में सोंग नदी के उफान के कारण एक घर में फंसींएक गर्भवती महिला सहित 6 लोगों को बचाया। इलाके में लगातार बारिश से काफी जलभराव हुआ है।
उत्तराखंड पुलिस के गढ़वाल रेंज के महानिदेशक (IG) करण सिंह नागन्याल ने बताया कि क्षेत्र में भूस्खलन के कारण कई सड़क मार्ग बाधित हैं और ऋषिकेश में 2 लोगों के डूबने की सूचना मिली, जिनमें से एक व्यक्ति को बचा लिया गया है।
नुकसान
हिमाचल प्रदेश में बारिश से 7,000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
इस साल मानसून में बाढ़ और भूस्खलन से हिमाचल प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा है। अधिकारियों ने बताया है कि बारिश के कारण अब तक राज्य को करीब 7,020 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में अभी भी 751 सड़कें बंद हैं। इसके अतिरिक्त बारिश के कारण 4,697 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं और 902 जलापूर्ति परियोजनाएं ठप पड़ी हुई हैं।
मौसम विभाग
18 अगस्त तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भारी बारिश पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई है।
IMD के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा, "मानसून ट्रफ का स्थान हिमालय की तलहटी में स्थित है, इसलिए दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर की मानसूनी हवाएं हिमालय की तलहटी से टकरा रही हैं, जिसके कारण यहां अत्यधिक बारिश हुई।"
IMD ने 18 अगस्त तक दोनों राज्यों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।