NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / जोशीमठ में गिराए जाएंगे बुरी तरह क्षतिग्रस्त मकान, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 4,000 लोग
    देश

    जोशीमठ में गिराए जाएंगे बुरी तरह क्षतिग्रस्त मकान, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 4,000 लोग

    जोशीमठ में गिराए जाएंगे बुरी तरह क्षतिग्रस्त मकान, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 4,000 लोग
    लेखन सकुल गर्ग
    Jan 10, 2023, 11:15 am 1 मिनट में पढ़ें
    जोशीमठ में गिराए जाएंगे बुरी तरह क्षतिग्रस्त मकान, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 4,000 लोग
    जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण मकानों में दरारें आ गई हैं

    उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण पड़ी दरारों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए मकानों और इमारतों को तोड़ने का काम आज से शुरू हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इन इमारतों को इसलिए तोड़ा जा रहा है, ताकि आसपास की अन्य इमारतों को नुकसान न पहुंचे। गौरतलब है कि जोशीमठ को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जा चुका है और करीब 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

    CBRI की देखरेख में तोड़े जाएंगे मकान

    NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ में जमीन धंसने का आंकलन करने वाले एक विशेषज्ञ पैनल ने क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने की सिफारिश की थी। क्षतिग्रस्त इमारतों को तोड़ने का काम केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) की एक टीम की देखरेख में किया जाएगा, वहीं इस टीम की सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें भी उपस्थित रहेंगी। बता दें कि जोशीमठ में 600 से अधिक मकानों में छोटी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं।

    तीन जोन में बांटा गया है जोशीमठ

    प्रशासन ने जमीन धंसने के खतरे के हिसाब से जोशीमठ को तीन जोन में बांटा है- 'डेंजर', 'बफर' और 'पूरी तरह सुरक्षित' जोन। डेंजर जोन वाले क्षेत्र में खतरा है क्योंकि वह पूरी तरह से असुरक्षित है और उसे तुरंत खाली किया जाना है। बफर जोन वाले क्षेत्र वर्तमान में सुरक्षित हैं, लेकिन भविष्य में वहां खतरे की स्थिति पैदा हो सकती है, वहीं पूरी तरह सुरक्षित जोन में किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है।

    केंद्र की एक टीम आज सौंपेगी रिपोर्ट

    केंद्र सरकार द्वारा भेजी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक टीम जोशीमठ की स्थिति को लेकर अपनी रिपोर्ट आज उत्तराखंड सरकार को सौंपेगी। बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान और केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की टीमों ने घटनाक्रम का अध्ययन किया है।

    जोशीमठ में जमीन धंसने के क्या हैं प्रमुख कारण?

    देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के निदेशक कलाचंद सेन ने जोशीमठ में जमीन धंसने को लेकर कहा, "जोशीमठ की नींव को तीन प्रमुख कारक कमजोर कर रहे हैं। पहला शहर एक सदी से भी पहले भूकंप के बाद हुए भूस्खलन के मलबे पर विकसित है। दूसरा, यह भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले जोन पांच में आता है और तीसरा, पानी का लगातार बहाव चट्टानों को कमजोर कर रहा है।"

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    उत्तराखंड
    प्राकृतिक आपदा
    केंद्र सरकार

    ताज़ा खबरें

    दक्षिण अफ्रीका बनाम वेस्टइंडीज: टी-20 मैचों में एक-दूसरे के खिलाफ कैसे हैं दोनों टीमों के आंकड़े?  दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम
    सिर घूमने पर आजमाएं ये 5 घरेलू नुस्खे, तुरंत मिलेगी समस्या से राहत घरेलू नुस्खे
    वेस्ली मधवीरे नीदलैंड के खिलाफ लगाई हैट्रिक, ऐसा करने वाले जिम्बाब्वे के तीसरे गेंदबाज बने  जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम
    #NewsBytesExplainer: क्या है लोक प्रतिनिधित्व कानून, जिसके तहत जा सकती है राहुल गांधी की संसद सदस्यता? राहुल गांधी

    उत्तराखंड

    उत्तर भारत के आकर्षण का केंद्र हैं ये 5 हिल स्टेशन, एक बार जरूर जाएं घूमने उत्तर भारत
    उत्तराखंड: काशीपुर के रेलवे क्रासिंग पर दिखा लोगों का ट्रैफिक सेंस, DGP ने की तारीफ ट्रैफिक नियम
    उत्तराखंड: अलग-अलग स्थानों पर 2 कारें खाई में गिरने से 7 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना
    उत्तराखंड के केदारनाथ धाम पर फिर मंडरा रहा आपदा का खतरा, ISRO ने जारी की रिपोर्ट    ISRO

    प्राकृतिक आपदा

    ताजिकिस्तान में 7.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, चीन और अफगानिस्तान में भी महसूस हुए झटके भूकंप
    तुर्की-सीरिया के बॉर्डर पर फिर आया 6.3 तीव्रता का भूकंप तुर्की
    जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा के माछिल में हिमस्खलन, एक की मौत जम्मू-कश्मीर
    जम्मू-कश्मीर के कटरा में 3.6 तीव्रता का भूकंप जम्मू-कश्मीर

    केंद्र सरकार

    सरकार ने संसद में बताया, 4 साल में लगभग 2 लाख दलितों पर हुए हमले संसद
    सुप्रीम कोर्ट में सजा-ए-मौत के तरीके के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई, केंद्र से मांगा सुझाव सुप्रीम कोर्ट
    गुजरात: सूरत में 30 साल पुराना 85 मीटर ऊंचा कूलिंग टावर गिराया गया, वीडियो वायरल गुजरात
    केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में किसानों ने फिर भरी हुंकार, महापंचायत में बनाई रणनीति दिल्ली

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023