ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास तहखाने में रात 2 बजे हुई पूजा, बैरिकेडिंग हटाई गई
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की जिला कोर्ट के हिंदू पक्ष को पूजा की अनुमति देने के 9 घंटे बाद रात लगभग 2 बजे ज्ञानवापी परिसर के व्यास तहखाने में पूजा की गई। आजतक के मुताबिक, तहखाने में पूजा विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा और अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने करवाई। इस दौरान रैपिड रिस्पांस फोर्स (RRF) और पुलिस के जवान मौके पर मौजूद रहे।
30 साल से पूजा करने पर लगी थी रोक
रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट का फैसला आने के बाद रात 10ः00 बजे जिलाधिकारी एस राजलिंगम और पुलिस आयुक्त ज्ञानवापी परिसर पहुंच गए और बैरिकेडिंग हटाई। इसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को मिलीं मूर्तियों को रखकर पूजा हुई और प्रसाद बंटा। खबरों के मुताबिक, यहां 30 साल से पूजा पर रोक थी। बता दें, जिला न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेश ने मूर्तियों की पूजा और राग-भोग व्यास परिवार और काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड के पुजारी से कराने का फैसला सुनाया था।
क्या है मामला?
ज्ञानवापी मस्जिद में एक तहखाना है, जिसमें एक देवता के विग्रह की पूजा का काम सोमनाथ व्यास किया करते थे। 1993 में तत्कालीन राज्य सरकार ने तहखाने में पूजा-पाठ पर रोक लगाते हुए इसे सील कर दिया था। बाद में इसे बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया। इस दौरान तहखाने की चाबी वाराणसी के जिलाधिकारी के पास रहती थी। 2016 में सोमनाथ व्यास के नाती शैलेन्द्र पाठक ने इस संबंध में याचिका दायर की थी।