पश्चिम बंगाल में उत्तर प्रदेश के साधुओं की मारपीट का मामला क्या है?
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में उत्तर प्रदेश के साधुओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। यहां साधुओं को अपहरणकर्ता समझकर भीड़ ने उनकी जमकर पिटाई कर दी।
मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने बमुश्किल भीड़ से उनकी जान बचाई है। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है, जिसके बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
आइए जानते हैं कि साधुओं से मारपीट का ये पूरा मामला क्या है।
मामला
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये घटना 11 जनवरी को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में हुई। उत्तर प्रदेश से एक व्यक्ति और उसके 2 बेटे, जो साधु हैं, वे मकर संक्रांति त्योहार के लिए एक वाहन से गंगासागर मेले जा रहे थे।
इस दौरान उन्होंने 3 लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछताछ की तो कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ और भीड़ ने उन्हें अपहरणकर्ता समझकर हमला कर दिया।
मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
घटना
पुलिस ने घटना को लेकर क्या कहा?
पुलिस के अनुसार, ये साधु रास्ता भटक गए थे और लड़कियों से रास्ता पूछने के लिए रुके थे। इसके बाद लड़कियां डरकर भाग गईं, जिससे स्थानीय लोगों ने लगा कि साधुओं ने लड़कियों से छेड़छाड़ की है।
घटना की बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने साधुओं को भीड़ से चुंगल से छुड़ाया और उन्हें काशीपुर पुलिस स्टेशन लाया गया। इसके बाद साधुओं को गंगासागर मेले पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई।
गिरफ्तार
मामले में अब तक क्या हुई कार्रवाई?
पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक अभिजीत बनर्जी ने कहा कि साधुओं से मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि हमले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है और अब तक 12 संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इन सभी आरोपियों को जल्द ही पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर सब डिविजनल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जानकारी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें वीडियो में भीड़ साधुओं के वाहन में तोड़फोड़ करती हुई दिख रही है। इसे महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
भाजपा
भाजपा ने घटना को लेकर क्या कहा?
इस बीच, भाजपा ने घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की निंदा की है।
भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, 'पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में पालघर जैसी लिंचिंग की घटना हुई है। मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को निर्वस्त्र कर पीटा गया। ममता बनर्जी के शासन में शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को सरकारी संरक्षण मिलता है और साधुओं की हत्या की जा रही है। पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है।'
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
16 अप्रैल, 2020 को महाराष्ट्र के पालघर जिले में भीड़ ने कथित तौर पर बच्चों चोर समझकर 2 साधुओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
ये साधु सूरत में एक अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे, तभी पालघर के एक आदिवासी गांव गढ़चिंचल में भीड़ ने उनके वाहन को रोका और उन पर पत्थरों, लकड़ियों और कुल्हाड़ियों से हमला किया।
घटना में महाराष्ट्र पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।