मारुति सुजुकी ने जारी की जुलाई की सेल्स रिपोर्ट, बिक्री में 50 प्रतिशत की बढ़त
क्या है खबर?
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने जुलाई की कुल बिक्री की रिपोर्ट जारी कर दी है। कंपनी ने इस महीने भी भारतीय कार बाजार में शीर्ष पर अपनी स्थिति बनाए रखी है।
कंपनी ने जुलाई में देश में अपने वाहनों की 1.36 लाख से अधिक यूनिट्स बेची हैं और 21,224 यूनिट्स का निर्यात किया है। इस तरह मारुति ने भारतीय ग्राहकों के बीच एक बार फिर से अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
आइये, देखते हैं पूरी सेल्स रिपोर्ट।
जानकारी
कितनी रही मारुति की कुल बिक्री?
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने जुलाई 2021 में अपनी कुल बिक्री में 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 1,62,462 यूनिट्स की बिक्री की है। इसमें 1,36,500 यूनिट्स की घरेलू बिक्री, 21,224 यूनिट्स का निर्यात और 4,738 यूनिट्स के अन्य OEMs की बिक्री शामिल है।
सेल्स रिपोर्ट
पिछली जुलाई की तुलना में बढ़ी 50.33 प्रतिशत बिक्री
मारुति सुजुकी ने जुलाई 2020 में 1,08,064 यूनिट की बिक्री दर्ज की थी और इस प्रकार इस साल इसमें 50.33 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
इसमें ऑल्टो और S-प्रेसो की मुख्य भूमिका थी, जिनकी इस साल जुलाई में 19,685 यूनिट्स की बिक्री दर्ज हुई है। यह आंकडा जुलाई 2020 में 17,258 यूनिट्स की बिक्री का था।
इसमें वैगनआर, स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो, डिजायर और टूर S की संयुक्त बिक्री 70,268 यूनिट्स की रही।
घरेलू सेल
कैसी रही वाहनों की घरेलू बिक्री?
मारुति सुजुकी के वाहनों की घरेलू बिक्री की बात करें तो जुलाई 2021 में कंपनी ने घरेलू बिक्री में 10,304 यूनिट्स की बढ़त हासिल की है। यह बिक्री जून 2021 में 1,26,196 यूनिट्स की रही थी।
घरेलू यात्री वाहन की बिक्री की बात करें तो यह जून की 97,768 की तुलना में 1,33,732 यूनिट्स रही। इस वित्तीय वर्ष के पहले क्वार्टर में भी मारुति को पिछले साल के क्वार्टर की तुलना में 179.4 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई है।
जानकारी
कैसी रही निर्यात दर?
मारुति सुजुकी ने पिछले साल जुलाई में 6,757 यूनिट्स का निर्यात किया था, जो इस साल जुलाई में बढ़ कर 21,224 यूनिट्स हो गया है। इस तरह कंपनी के निर्यात में 214 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इसी प्रकार जून, 2021 में कंपनी की निर्यात दर 17,020 यूनिट्स की रही, जिससे महीने-दर-महीने के निर्यात आंकड़े में भी मारुति को 25 प्रतिशत की बढ़त मिली। हालांकि, कंपनी अभी भी 2018 में मिली बढ़त तक नहीं पहुंच पाई है।