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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 देशों की यात्रा पर रवाना, सबसे पहले पहुंचेंगे घाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल के सबसे लंबे विदेशी दौरे पर रवाना (तस्वीर: एक्स/@MEAIndia)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 देशों की यात्रा पर रवाना, सबसे पहले पहुंचेंगे घाना

लेखन गजेंद्र
Jul 02, 2025
09:54 am

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पांच देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं, जो कि मोदी की पिछले 10 सालों में सबसे लंबी कूटनीतिक यात्रा है। इस दौरान मोदी 8 दिनों के लिए (2-9 जुलाई) प्रवास पर रहेंगे और घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया का दौरा करेंगे। बुधवार को सबसे पहले मोदी घाना पहुंचेंगे, जो लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। इसके बाद वे त्रिनिदाद और टोबैगो के दौरे पर होंगे।

यात्रा

घाना पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने संदेश लिखा

घाना पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, 'आज शाम को मैं घाना पहुंचूंगा, जो अफ्रीका में एक मूल्यवान मित्र और वैश्विक दक्षिण में एक प्रमुख भागीदार है। राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के साथ बातचीत विभिन्न क्षेत्रों में भारत-घाना मित्रता को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करेगी। कल, 3 जुलाई को घाना की संसद को संबोधित करने का अवसर प्राप्त करना भी एक सम्मान की बात है।' यहीं से मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो के लिए रवाना होंगे।

दौरा

57 वर्षों में पहली बार पहुंचेंगे अर्जेंटीना

मोदी 3-4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो में राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ बैठक करेंगे और द्विपक्षीय आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को गति देंगे। इसके बाद मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर वहां जाएंगे, जो 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। मोदी ने एक्स पर लिखा, 'भारत-अर्जेंटीना G-20 में और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बेहतर बना रहे हैं, खासकर प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे भविष्य के क्षेत्रों में।'

आतंकवाद

ब्राजील में BRICS सम्मेलन में शामिल होंगे मोदी, उठाएंगे आतंकवाद का मुद्दा

अर्जेंटीना से मोदी ब्राजील में BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेने को रावना होंगे। यह प्रधानमंत्री की ब्राजील की चौथी यात्रा होगी। इस दौरान वे राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। इस दौरान BRICS घोषणापत्र में भारत की अपेक्षाओं के अनुरूप आतंकवाद की चुनौती का एकजुट होकर सामना करने के लिए दृढ़ दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया जा सकता है। आतंकवाद के संबंध में घोषणापत्र की रूपरेखा भारत की 'संतुष्टि' के अनुरूप होगी।