
चेनाब ब्रिज का श्रेय लेने पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरा, कहा- कोई मुकाबला नहीं
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे लाइन (USBRL) से जुड़ी परियोजनाओं के तहत चेनाब ब्रिज का उद्घाटन करने और इसका श्रेय लेने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है।
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि इस परियोजना को 1995 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने दी थी।
उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला के बीच 272 किलोमीटर लंबे हिस्से में 160 किलोमीटर का उद्घाटन तो 2014 से पहले ही हो गया था।
योजना
श्रेय लेने में मोदी का कोई मुकाबला नहीं- जयराम
जयराम ने आगे कहा, "हकीकत यह है कि शासन में हमेशा निरंतरता होती है...खासकर वहां, जहां संरचनात्मक परियोजनाओं का सवाल है, जिसमें भू-वैज्ञानिक, भौगोलिक, सुरक्षा, राजनीतिक तौर पर बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है वहां शासन में निरंतरता का विशेष महत्व है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस मोदी को याद दिलाना चाहती है कि उन्हें शासन में निरंतरता को स्वीकारना चाहिए, पहले की सरकार ने जो काम किए, प्रधानमंत्री उनका श्रेय लेने में बहुत आगे हैं। इसमें उनका कोई मुकाबला नहीं।"
श्रेय
कब किस सरकार में कितना हुआ काम, कांग्रेस ने बताया
जयराम ने बताया कि प्रधानमंत्री राव ने परियोजना को शुरू किया और 2022 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया था।
इसके बाद अप्रैल 2005 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू-उधमपुर के बीच 53 किलोमीटर, 2008 में श्रीनगर के मजहोम-अनंतनाग के बीच 66 किलोमीटर, फरवरी 2009 में मजहोम-बारामूला के बीच 31 किलोमीटर, अक्टूबर में अनंतनाग-काजीगुंड के बीच 18 किलोमीटर और जून 2013 में काजीगुंड-बनिहाल के बीच 11 किलोमीटर रेल लिंक का उद्घाटन किया था।
शेष
मोदी ने 274 में से 114 किलोमीटर रेल खंड का उद्घाटन किया- कांग्रेस
जयराम ने बताया कि उधमपुर-कटरा के बीच 25 किलोमीटर रेल लाइन 2014 में शुरू होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव आ गए। इसके बाद जुलाई, 2014 को मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के 39 दिन बाद इसका उद्घाटन किया था
उन्होंने बताया कि कटरा-बनिहाल के बीच 111 किलोमीटर रेल खंड के ठेके डॉ सिंह के समय ही दिए जा चुके थे। मोदी ने 274 में सिर्फ 114 किलोमीटर रेल खंड का उद्घाटन किया है।
ठेका
चेनाब ब्रिज का ठेका भी मनमोहन सिंह ने दिया था- जयराम
जयराम ने बताया कि दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब ब्रिज भी इसी USBRL परियोजना का हिस्सा है, जिसका ठेका भी डॉ सिंह ने अपने कार्यकाल की शुरूआत में ही 2005 में दिया था।
उन्होंने बताया कि यह ब्रिज कोकण रेलवे कॉर्पोरेशन, अफकॉन्स, VSK इंडिया और दक्षिण कोरिया की अल्ट्रा कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड को दे दिए गए थे, जिन्होंने इसे सफलतापूर्वक तैयार किया है।
कांग्रेस ने रेलवे के कर्मचारियों और कंपनियों को धन्यवाद कहा है।
ट्विटर पोस्ट
जयराम ने मोदी के श्रेय लेने पर सवाल उठाए
#WATCH | दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर में भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज अंजी पुल और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज चेनाब पुल का उद्घाटन करेंगे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2025
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "हकीकत यह है कि शासन में हमेशा निरंतरता होती है... खासतौर पर जहां पर… pic.twitter.com/xSBepi0Us0