संसद का विशेष सत्र आज से, 11 बजे लोकसभा को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
संसद का 5 दिवसीय विशेष सत्र आज (18 सितंबर) से शुरू हो रहा है। सत्र के पहले दिन आजादी के बाद पिछले 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी। सुबह 11:00 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा सत्र के लिए 8 विधेयक भी सूचीबद्ध हैं। हालांकि, मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से संबंधित एक विवादास्पद विधेयक को इस सूची से हटा दिया गया है और उसे इस सत्र में पेश नहीं किया जाएगा।
लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी करेंगे चर्चा की शुरुआत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संसद के 75 साल पूरे होने पर सोमवार को होने वाली चर्चा का उद्घाटन लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी और राज्यसभा में भाजपा नेता पीयूष गोयल द्वारा किये जाने की संभावना है। मंगलवार को संसद की समृद्ध विरासत को याद किया जाएगा और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प लिया जाएगा। इस मौके पर सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की एक संयुक्त बैठक होगी, जिसके बाद एक फोटो सेशन भी होगा।
मंगलवार को नए संसद भवन में स्थानांतिरत होगा सत्र
फोटो सेशन के बाद विशेष सत्र की बैठक को नए संसद भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इस दिन गणेश चतुर्थी है, इसलिए नए संसद भवन में प्रवेश से पहले एक पूजा भी हो सकती है। नए संसद भवन में विशेष सत्र की बैठक 20 सितंबर से शुरू होगी। संसद के विधायी कार्य में डाकघर विधेयक, अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक, प्रेस और आवधिक पंजीकरण विधेयक और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (SC/ST) संशोधन विधेयक शामिल हैं।
सर्वदलीय बैठक में उठा महिला आरक्षण विधेयक का मुद्दा
इससे पहले रविवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नए संसद भवन की इमारत पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उपस्थित थे। इसके बाद एक सर्वदलीय बैठक भी हुई, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे अनुपस्थित रहे। बैठक में बीजू जनता दल (BJD) और भारत राष्ट्र समिति (BRS) सहित कई क्षेत्रीय पार्टियों ने महिला आरक्षण विधेयक को पेश करने पर जोर दिया।
एजेंडा जारी कर सरकार ने लगाया था अटकलों पर विराम
इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने देश का नाम बदलने या 'एक देश, एक चुनाव' पर संसद में विधेयक लाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए अपने विशेष सत्र के एजेंडे की घोषणा की थी। इससे पहले विपक्ष ने सरकार पर विशेष सत्र का एजेंडा छिपाने का आरोप लगाया था। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर पत्र लिखकर विशेष सत्र में मणिपुर हिंसा समेत 9 मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
देश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर संसद का विशेष सत्र आयोजित किया गया था। 15 अगस्त, 1997 को मध्यरात्रि में विशेष संसद सत्र बुलाया गया था। अब भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो गए हैं, जिसे सरकार 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मना रही है। देश की नई संसद बनकर तैयार है और संसद का विशेष सत्र पुरानी संसद से शुरू होकर नई संसद में खत्म होगा।