नई संसद के उद्घाटन से पहले कांग्रेस ने याद किया पुरानी संसद का इतिहास, देखें वीडियो
नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले कांग्रेस ने पुरानी संसद के इतिहास को याद किया है। कांग्रेस ने INCTV के ट्विटर हैंडल से इसका वीडियो जारी किया। वीडियो को पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने अपनी आवाज दी है। उन्होंने 3ः18 मिनट के वीडियो में पुरानी संसद की स्थापना से लेकर उसकी खासियत तक बताई हैं। उन्होंने बताया कि संसद की डिजाइन निरंतरता का प्रतीक है, जिसका अर्थ लोकतंत्र के सदा बने रहने से है।
वीडियो के माध्यम से दिया गया संदेश
बंसल ने पुरानी संसद के इतिहास और इसकी खासियत को बताते हुए कहा, "लंदन की संसद 19वीं सदी की है। जर्मनी की संसद 1894 में बनी और अमेरिका की संसद 1800 में बनी। भारत की संसद का उद्घाटन 1927 में किया गया। ऐसे में इस ऐतिहासिक गौरव को त्यागना नहीं चाहिए।" कांग्रेस नेता ने बताया कि भारतीय संसद 1947 में सत्ता के हस्तांतरण की साक्षी है और यह स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह और बटुकेश्वर के साहस से भी जुड़ी है।