ओडिशा ट्रेन हादसा: प्रधानमंत्री मोदी ने किया घटनास्थल का दौरा, कहा- दोषियों को बख्शेंगे नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे की जगह का दौरा किया है। उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्चिनी वैष्णव, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत अन्य कई वरिष्ठ नेता और अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने हादसे के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद हादसे में घायल लोगों का हालचाल जानने के एक अस्पताल भी गए। गौरतलब है कि हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं।
प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री को दिए निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने घटनास्थल से कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को फोन पर निर्देश दिए। उन्होंने घायलों और उनके परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री ने घटनास्थल पर मौजूद बचाव अभियान में जुटे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के जवानों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार घटना की जांच कर रही है और हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिया स्थिति का जायजा
हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर हुआ 288
शनिवार दोपहर 2 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है। भारतीय रेलवे ने अपने बयान में बताया कि हादसे में 747 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 56 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। गौरतलब है कि घायलों को इलाज मुहैया करवाने के लिए बालासोर, कटक, भुनेश्वर, भद्रक समेत ओडिशा के कई जिलों के अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
विपक्षी नेताओं ने रेल मंत्री से मांगा इस्तीफा
तृणमूल कांग्रेस (TMC), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) समेत अन्य कई पार्टियों के नेताओं ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि यह हादसा भारतीय रेलवे पर बड़ा सवाल खड़ा करता है और रेल मंत्री को इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा देना चाहिए। वहीं अन्य पार्टियों ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
110-115 किमी प्रति घंटा से चल रही थी कोरोमंडल एक्सप्रेस- यात्री
ओडिशा ट्रेन हादसे में बचे एक यात्री अनुभव दास ने बताया, "कोरोमंडल एक्सप्रेस 110 से 115 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से सुचारू रूप से चल रही थी, लेकिन अचानक हादसा हो गया। 30-40 सेकंड के अंदर कई लोगों को मदद के लिए चिल्लाते हुए देखा।" उन्होंने आगे कहा कि भारतीय रेलवे को हर प्रकार के दृष्टिकोण से हादसे की जांच करनी चाहिए, जिससे असल कारणों का पता चल सके।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली में की थी उच्च स्तरीय बैठक
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर दिल्ली में सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने इस बैठक में राहत और बचाव अभियान, हादसे की जांच समेत कई अन्य मामलों पर चर्चा की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइंस को भेजे निर्देश
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ओडिशा ट्रेन हादसे के मद्देनजर भुवनेश्वर और ओडिशा के अन्य हवाई अड्डों से हवाई किराए में किसी भी असामान्य वृद्धि की निगरानी करने के लिए एयरलाइंस को निर्देश दिए हैं। ANI के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइंस लोगों द्वारा अपने टिकट को रद्द करने और पुनर्निर्धारण करने पर कोई दंड शुल्क नहीं लगा सकती हैं। गौरतलब है कि ट्रैक पर मलबा होने के कारण अभी तक रेल यातायात सुचारू नहीं हो पाया है।
कैसे हुआ ओडिशा ट्रेन हादसा?
हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन से करीब 300 मीटर पहले पटरी से उतर गई थी। इसका इंजन दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ गया और पीछे की कुछ बोगियां तीसरे ट्रैक पर चली गईं। वहीं इसी ट्रैक पर हावड़ा-बेंगलुरू एक्सप्रेस आ रही थी, जो तेज रफ्तार में ट्रैक पर पड़ी बोगियों से जा टकराई। भारतीय रेलवे ने इस भीषण ट्रेन हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।