Page Loader
प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों को कोरोना से संक्रमित हुए बच्चों के आंकड़े इकट्ठा करने को कहा

प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों को कोरोना से संक्रमित हुए बच्चों के आंकड़े इकट्ठा करने को कहा

May 20, 2021
02:53 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जिलाधिकारियों को कोरोना वायरस से संक्रमित हुए बच्चों के आंकड़े इकट्ठे करने का निर्देश दिया। वायरस के नए स्ट्रेनों के बच्चों को ज्यादा संक्रमित करने की आशंकाओं को ध्यान में रखने हुए उन्होंने ये निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन की बर्बादी को लेकर भी चेताया और कहा कि उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि वैक्सीन की एक भी खुराक बर्बाद न हो। उन्होंने माना कि महामारी ने अधिकारियों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।

बैठक

लगातार करते रहें बच्चों में संक्रमण की समीक्षा- प्रधानमंत्री

महाराष्ट्र, केरल और उत्तर प्रदेश समेत 11 राज्यों के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वायरस के म्यूटेशन की वजह से युवाओं और बच्चों के लिए चिंता जताई जा रही है। मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि आप अपने जिलों में युवाओं और बच्चों में संक्रमण से जुड़े आंकड़े इकट्ठा करें और उनकी लगातार समीक्षा करते रहें।" बता दें कि B.1.617 वेरिएंट के बच्चों को ज्यादा प्रभावित करने की आशंका जताई जा रही है।

वैक्सीन की बर्बादी

प्रधानमंत्री बोले- बर्बाद नहीं होने देनी एक भी वैक्सीन

वैक्सीन की बर्बाद पर प्रधानमंत्री ने कहा, "वैक्सीन की बर्बादी भी एक मुद्दा है। जब वैक्सीन आपके पास पहुंचे तो आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि बिल्कुल भी बर्बादी न हो। आपको ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में इसकी निगरानी रखनी है। वैक्सीन की बर्बादी रोकना महत्वपूर्ण है और आपका सुनिश्चित करना होगा कि कोई बर्बादी न हो। एक भी वैक्सीन बर्बाद होने का मतलब है एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना।"

महामारी

कोरोना महामारी 100 साल में आई सबसे बड़ी आपदा- प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने माना कि महामारी ने अधिकारियों के सामने खड़ी चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, "कोरोना महामारी पिछले 100 सालों में सबसे बड़ी आपदा है और इसने आपके सामने चुनौतियां और बढ़ा दी हैं। हर महामारी ने हमें एक बात सिखाई है। महामारी से निपटने के हमारे तौर-तरीकों में निरंतर बदलाव और निरंतर प्रयोग बहुत जरूरी है। यह वायरस म्यूटेशन कर स्वरूप बदलने में माहिर है, इसलिए हमारे तरीके और रणनीतियां भी विस्तृत होनी चाहिए।"

अपील

"सक्रिय मामले कम हुए, लेकिन जागरुकता बनाए रखना जरूरी"

प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों से लंबे समय तक कोरोना के खिलाफ जागरूकता बनाए रखने की अपील भी की। उन्होंने कहा, "बीते कुछ समय में देश में सक्रिय मामले कम हुए हैं। लेकिन हमने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण छोटे स्तर पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है। आप जिलों में सबसे बड़े योद्धा है। हमें गांव-गांव यही संदेश पहुंचाना है कि हमें अपने गांव को कोरोना फ्री रखना है।"

कोरोना का कहर

देश में क्या है महामारी की स्थिति?

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,76,110 नए मामले सामने आए और 3,874 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,57,72,440 हो गई है। इनमें से 2,87,122 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 31,29,878 हो गई है। बीते कुछ दिनों से देश में महामारी के कारण बने हालात सुधर रहे हैं।