दिल्ली में एक और हफ्ते के लिए बढ़ाया गया लॉकडाउन, इस बार कड़ी होंगी पाबंदियां
दिल्ली में लॉकडाउन को एक और हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज इसका ऐलान करते हुए कहा कि इस बार पाबंदियां पहले के मुकाबले अधिक सख्त होंगी। यह तीसरी बार है जब दिल्ली में लॉकडाउन को एक हफ्ते के लिए बढ़ाया गया है और इससे पहले दो बार इसे बढ़ाया जा चुका है। शहर में 21 दिन से लॉकडाउन है और नए ऐलान के बाद यह 29 दिन हो जाएगा।
लॉकडाउन से सुधार, लेकिन अभी ढिलाई का समय नहीं- केजरीवाल
अपने वर्चुअल संबोधन में लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान करते हुए केजरीवाल ने कहा, "लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ दिन में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 35 प्रतिशत से 23 प्रतिशत पर आ गई है... सबका मानना है कि कोरोना के केस कम तो हुए हैं, लेकिन अभी भी बहुत हैं। 23 प्रतिशत संक्रमण दर है, अभी ढिलाई नहीं दी जा सकती... मजबूरीवश एक हफ्ते का लॉकडाउन और बढ़ाया जा रहा है। अगली सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लागू रहेगा।"
कड़ी होंगी पाबंदियां, कल से मेट्रो भी नहीं चलेगी
केजरीवाल ने कहा कि इस बार लॉकडाउन को और सख्त किया जा रहा है और कल से मेट्रो भी चलना बंद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि जितना सख्त लॉकडाउन को किया जाएगा, उतनी तेजी से कोरोना पर काबू पाया जा सकेगा। उन्होने कहा, "लॉकडाउन का हमने संसाधन बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया। नए अस्पताल तैयार किए गए। सबसे बड़ी दिक्कत ऑक्सीजन की आई... केंद्र सरकार के सहयोग और हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों से स्थिति सुधरी है।
दिल्ली में 19 अप्रैल से लागू है लॉकडाउन
कोरोना वायरस संक्रमण की भीषण लहर को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने सबसे पहले 19 अप्रैल को एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाया था। यह लॉकडाउन उसी रात 10 बजे शुरू हुआ था और 26 अप्रैल सुबह 6 बजे खत्म होना था। हालांकि मामलों के तेजी से बढ़ने के बाद इसे 3 मई और फिर 10 मई सुबह 5 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया। इस दौरान आवश्यक गतिविधियों को छोड़ सभी सेवाएं बंद रही हैं।
दिल्ली में क्या है महामारी की स्थिति?
दिल्ली इस समय कोरोना संक्रमण की चौथी और सबसे भीषण लहर का सामना कर रही है। बीते दिन शहर में में 17,364 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है और 332 लोगों की मौत हुई। यहां बीते एक हफ्ते में केवल एक बार 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। शहर में अब तक कुल 13,10,231 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 19,071 लोगों को संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
शहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण हो चुकी है मरीजों की मौत
सक्रिय मामलों की बात करें तो दिल्ली में अभी रिकॉर्ड 87,907 सक्रिय मामले हैं और मरीजों के दबाव के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था तनाव में है। मरीजों की बड़ी संख्या के कारण शहर में ऑक्सीजन की किल्लत है और इसकी कमी के कारण कई अस्पतालों में कोरोना मरीजों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि पिछले कुछ दिन में स्थिति में सुधार हुआ है और केजरीवाल के अनुसार अभी कहीं ऑक्सीजन की कमी नहीं है