रेल सेवा बंद करने के बाद पाकिस्तान ने दिल्ली-लाहौर बस पर भी लगाई रोक
क्या है खबर?
समझौता एक्सप्रेस और थार एक्स्प्रेस रेल सेवा को बंद करने के बाद पाकिस्तान ने लाहौर-दिल्ली बस सेवा को भी बंद कर दिया है।
पाकिस्तान का यह कदम भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने की प्रतिक्रिया में आया है।
इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने उच्च-स्तरीय बैठक कर भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंध खत्म करने और राजनयिक संबंधों को कम करने का फैसला लिया था।
आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
1999 में शुरू हुई थी दोस्ती बस सेवा
दिल्ली-लाहौर के बीच दोस्ती बस सेवा को फरवरी 1999 में शुरू किया गया था। साल 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले के बाद इस सेवा को रोक दिया गया था। दो साल बाद, जुलाई 2003 में इसे दोबारा शुरू किया गया था।
सुरक्षा
कड़ी सुरक्षा में चलती थीं बसें
दिल्ली-लाहौर के बीच चलने वाली बस दिल्ली गेट के नजदीक अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल से रवाना होती है।
दिल्ली से दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (DTC) की बस हर मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को लाहौर के लिए रवाना होती है।
वहीं लाहौर से पाकिस्तान टूरिज्म डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन (PTDC) की बसें हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना होती हैं।
ये बसें पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच अपना सफर तय करती थी।
थार एक्सप्रेस
शुक्रवार को किया था थार एक्सप्रेस को बंद
इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशीद अहमद ने ऐलान किया था कि भारत-पाक के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस रेल सेवा को बंद किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "जब तक मैं रेल मंत्री हूं थार और समझौता एक्सप्रेस की सेवाएं रद्द रहेंगी।"
फरवरी, 2006 में शुरू हुई यह रेल जोधपुर के भगत की कोठी स्टेशन से हर शुक्रवार रात कराची के लिए रवाना होती थी।
इससे पहले यह रेल सेवा चार दशकों तक स्थगित रही थी।
समझौता एक्सप्रेस
पाकिस्तान ने हमेशा के लिए बंद की समझौता एक्सप्रेस
भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को दिया विशेष दर्जा समाप्त करने से बौखलाये पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस को बंद कर दिया है।
लाहौर से नई दिल्ली के बीच चलने वाली इस रेल को पाकिस्तान ने हमेशा के लिए बंद करने की घोषणा की थी।
पुलवामा हमले के बाद यह रेल सेवा बंद रही थी, लेकिन बाद में इसे बहाल कर दिया गया।
यह बुधवार और रविवार रात दिल्ली से रवाना होती थी और वापसी में सोमवार और गुरुवार को पहुंचती थी।
इतिहास
शिमला समझौते के बाद शुरू हुई थी समझौता एक्सप्रेस
समझौता एक्सप्रेस दिल्ली से चलकर पाकिस्तान के लाहौर तक जाती थी।
इसकी शुरुआत 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच हुए शिमला समझौते से हुई थी।
दोनों देशों इस समझौते में फिर से रेल सेवा बहाल करने पर राजी हुए थे। फरवरी 2007 समझौता एक्सप्रेस में बम धमाका हुआ था, जिसमें 68 लोगों की मौत हो गई और 12 लोग घायल हुए थे।
पाकिस्तान के फैसले
इमरान खान ने बैठक कर लिए बड़े फैसले
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने संबंधी भारत सरकार के फैसले से पाकिस्तान बौखला गया है।
पाकिस्तान ने इसके विरोध में भारत के साथ व्यापार निलंबित करने और राजनयिक संबंधों को कम करने का फैसला लिया है। पाकिस्तान ने फैसला किया कि अब वह अपने राजदूत को भारत नहीं भेजेंगे और भारतीय राजदूत को वापस भेजा जाएगा।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक में यह फैसला हुआ।
अनुच्छेद 370
भारत के किस कदम से बौखला गया है पाकिस्तान?
बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त को राष्ट्रपति के एक आदेश के जरिए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव किए थे, जिससे जम्मू-कश्मीर को मिलने वाला विशेष दर्जा खत्म हो गया था।
इसके अलावा सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, में बांटने संबंधी बिल भी पेश किया, जो संसद में पास हो चुका है।
भारत ने इसे अपना आंतरिक मामला बताते हुए ये फैसला लिया है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने की फैसलों की समीक्षा करने की अपील
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के विरोध में लिए गए कल लिए गए पाकिस्तान के फैसलों पर भारत ने प्रतिक्रिया दी है।
भारत का कहना है कि दुनिया को हमारे द्विपक्षीय रिश्तों की खतरनाक तस्वीर पेश करने के लिए पाकिस्तान ने ये कदम उठाए हैं।
भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान को राजनयिक रिश्तों का स्तर कम करने और व्यापार निलंबित करने संबंधी फैसलों की समीक्षा करने का अनुरोध किया है।