पर्यावरण संरक्षण के लिए नौकरी छोड़कर भारत आया कपल, अब पति-पत्नी मिलकर कर रहें हैं खेती
क्या है खबर?
इस दुनिया में कई ऐसे लोग हैं, जिनके सपने सबसे अलग होते हैं। वो लोग अपने से ज़्यादा समाज के बारे में सोचते हैं।
हाल ही में एक ऐसे कपल के बारे में पता चला है, जिनके सपने भी अलग हैं और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए अमेरिका की नौकरी छोड़ दी।
दरअसल, कपल का सपना पर्यावरण संरक्षण का है, जिसके लिए दोनों पति-पत्नी भारत आकर साथ में खेती करते हैं।
आइए उनके बारे में जानें।
जानकारी
नौकरी से ज़्यादा था पर्यवारण से प्रेम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कपल अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया की सिलिकॉन वैली में लाखों रुपये की नौकरी करता था। वहाँ उनका आलीशान घर भी था, लेकिन उन्हें उससे ज़्यादा पर्यावरण से प्रेम था, इसलिए नौकरी छोड़ कर भारत आ गए।
कोर्स
कपल ने किया फ़ार्मकल्चर का डेढ़ महीने का कोर्स
ख़बरों के अनुसार, गुजरात के नडियाद शहर के हाइवे के नज़दीक कपल विवेक शाह और वृंदा शाह की लगभग 10 एकड़ ज़मीन है। वहीं पर दोनों मिलकर ऑर्गैनिक खेती करते हैं।
अमेरिका में नौकरी करते समय ही दोनों के मन में ऑर्गैनिक खेती करने का विचार आया। इसके बाद उन्होंने वहाँ की नौकरी छोड़ी और भारत आ गए।
कपल को खेती का कोई तजुर्बा नहीं था, इसलिए उन्होंने फ़ार्मकल्चर का डेढ़ महीने का एक कोर्स किया।
जानकारी
खेत में उगाते हैं कई फ़सलें
खेती का कोर्स पूरा करने के बाद कपल खेतों में उतर गया। अब दोनों मिलकर अपने खेतों में बाजरा, गेहूँ, आलू, केला, पपीता, जामुन, धनिया और बैंगन जैसी कई फ़सलें उगाते हैं।
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया पर छाया है कपल
फ़सलों को पानी की कमी न हो, इसके लिए कपल ने अपने खेत में ही तालाब भी बनाया हुआ है। तालाब में पानी साफ़ करने के लिए उन्होंने कुछ पौधे भी लगाए हैं।
विवेक ने बताया, "हमारे पास 20 हज़ार लीटर का वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी है। यह पूरा भरने के बाद खेत की सिंचाई की ज़रूरत को लंबे समय तक आसानी से पूरा कर सकता है।"
कपल अपने इसी काम की वजह से सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।
फेसबुक पोस्ट
सोशल मीडिया पर कपल के काम की चर्चा
खाद
खेत से निकलने वाले कचरे से बनाते हैं खाद
वहीं, वृंदा शाह ने बताया, "कीटों का हमला खेती की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। इस ख़तरे से निपटने के लिए हमने इंटरक्रॉपिंग और मल्टी-क्रॉपिंग तकनीक को अपनाया है। इसके अलावा हम तुलसी और लेमनग्रास भी उगाते हैं।"
वहीं, खेत से निकलने वाले कचरे के बारे में कपल ने बताया कि वो उसका इस्तेमाल खाद बनाने के लिए करते हैं। बाद में उसी खाद का इस्तेमाल फ़सलों के लिए किया जाता है।
जानकारी
लोगों को देते हैं किचन गार्डनिंग की जानकारी
केवल यही नहीं खेती करके पर्यावरण संरक्षण करने के अलावा कपल का एक और अनोखा सपना है।
दरअसल, अब कपल पूरी तरह से प्राकृतिक उत्पादों जैसे मिट्टी, गाय का गोबर और पत्थरों से घर बनाने की योजना बना रहा है।
वृंदा ने इस बारे में कहा कि हम इसके लिए तालाब की खुदाई के बाद निकाली गई मिट्टी का इस्तेमाल करेंगे। साथ ही विवेक और वृंदा मिलकर अब लोगों को किचन गार्डनिंग की भी जानकारी दे रहे हैं।