PoK में आतंकियों को चीनी हथियार प्रदान कर रही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI- रिपोर्ट
भारत जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद कुछ हद तक आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने में सफल रहा है। ऐसे में पाकिस्तान कश्मीर में फिर से आतंक को बढ़ावा देने के लिए आए दिन कोई न कोई नया पैंतरा अपना रहा है। अब खबर आई है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के आतंकी शिविरों में आतंकवादियों को चीन में बने आधुनिक हथियार उपलब्ध करा रही है।
PoK में आतंकवादियों को दिया जा रहा है चीनी हथियार
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के पास इस तरह की रिपोर्टस हैं कि ISI लगातार PoK में आतंकवादियों को ट्रेनिंग दे रही है। इनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के आतंकी शामिल हैं। इन्हें चीन में बनीं पिस्टल, हैंड ग्रेनेड और ड्रोन आदि मुहैया कराए जा रहे हैं। चीनी ड्रोन्स के जरिए आतंकी भारतीय इलाकों में हथियार सप्लाई करने की साजिश रच रहे हैं।
घुसपैठ में आतंकियों की मदद कर रहा पाकिस्तान
इसके अलावा भारत के इलाकों में घुसपैठ के लिए आतंकवादियों को डिजिटल मैप शीट, नाइट विजन डिवाइस और नेविगेशन सिस्टम भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करने वाले भारतीय राज्यों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI अपने आतंकियों को चीनी हथियारों के साथ भेज रही है। इसके अलावा तुर्की में बने हथियारों को भी कश्मीर में मौजूद आतंकियों को मुहैया कराया जा रहा है।
संचार के लिए उपलब्ध कराए जा रहे एन्क्रिप्टेड उपकरण
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, इन आतंकियों को PoK में बैठे अपने आकाओं से सुरक्षित संचार के लिए और भारतीय एजेंसियों को उनके संदेशों को डिकोड करने से रोकने के लिए अत्यधिक एन्क्रिप्टेड संचार उपकरण भी मुहैया कराए जा रहे हैं।
अनंतनाग में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो चुके हैं 4 जवान
ये जानकारी ऐसे समय पर आई है जब जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच 48 घंटे से अधिक समय से मुठभेड़ चल रही है। मुठभेड़ में शुक्रवार को एक और सैनिक शहीद हो गया, जिसके बाद शहीदों की संख्या 4 हो गई है। शहीदों में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट शामिल हैं। आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) इस हमले के पीछे है, जिसे पाकिस्तान का साथ प्राप्त है।
न्यूजबाइट्स प्लस
गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर केन्या के नैरोबी से आए इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकी अराफात अली को गिरफ्तार किया। यह भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले IS मॉड्यूल को उजागर करके निष्क्रिय करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। NIA के अधिकारी ने कहा कि अराफात अली 2020 से फरार था। उस पर IS की गतिविधियों में शामिल होने और आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने का आरोप है।