जम्मू-कश्मीर: अमित शाह ने भाषण से पहले हटाया बुलेटप्रूफ शीशा, कहा- सीधे बात करना चाहता हूं
जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज श्रीनगर में अपनी एक रैली में भाषण से पहले बुलेटप्रूफ शीशे को हटवा दिया और बिना सुरक्षा के ही भाषण दिया। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि वे उनसे सीधे और खुलकर बात करना चाहते हैं। उन्होंने रैली के बाद लोगों के बीच जाकर उनसे हाथ भी मिलाया। शाह के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी बुलेटप्रूफ शीशे के बिना भाषण दिया।
स्टेज पर चढ़ने के बाद शाह ने दिया शीशे हटाने का निर्देश
रैली के वीडियो में देखा जा सकता है कि कश्मीर का पारंपरिक वस्त्र फेरन पहने अमित शाह स्टेज पर चढ़ते हैं और सुरक्षाकर्मियों को बुलेटप्रुफ शीशे हटाने को कहते हैं। उनके निर्देश के बाद सुरक्षाकर्मी मनोज सिन्हा की निगरानी में इन शीशों को हटा देते हैं। बाद में शाह अपने भाषण में कहते हैं, "मुझे ताने मारे गए, आलोचना की गई... आज मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, इसलिए यहां कोई बुलेटप्रूफ या सुरक्षा नहीं है।"
पाकिस्तान से नहीं, घाटी के युवाओं से बातचीत करेंगे- शाह
अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की नेशनल कांफ्रेंस (NC) के नेता फारुक अब्दुल्ला की सलाह पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "फारुक साहब ने सुझाव दिया है कि हमें पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। लेकिन मैं फारूक साहब और आपको साफ कर देना चाहता हूं कि मैं केवल घाटी के युवा और लोगों से बात करूंगा।" उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के अच्छे परिणाम 2024 तक दिखने लगेंगे।
अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर आए हैं शाह
बता दें कि अगस्त, 2019 में अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद अमित शाह का ये पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। आज उनके दौरे का तीसरा और आखिरी दिन था। दौरे के पहले दो दिनों में वह जम्मू शहर और श्रीनगर में दो साल के अंदर मेट्रो चलाने और जम्मू एयरपोर्ट का विस्तार करने जैसे वादे कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने परिसीमन और विधानसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा भी किया है।
हालिया समय में कश्मीर में बढ़ी हैं आतंकी घटनाएं
गौरतलब है कि शाह ऐसे समय पर जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए हैं जब हालिया समय में यहां आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं। इसी महीने आतंकी इलाके में नौ अल्पसंख्यकों की हत्या कर चुके हैं। इसके अलावा पुंछ में सीमा पार से आए आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में नौ जवान शहीद हो चुके हैं। ये मुठभेड़ 14 दिन से चल रही है। सेना ने भी बड़ा अभियान चलाते हुए 15 दिन में 15 आतंकियों का सफाया किया है।