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प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका ने दिया सर्वोच्च सम्मान, दोनों देशों के बीच हुए 7 बड़े समझौते
श्रीलंका ने प्रधानमंत्री मोदी को दिया अपना सर्वोच्च सम्मान

प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका ने दिया सर्वोच्च सम्मान, दोनों देशों के बीच हुए 7 बड़े समझौते

Apr 05, 2025
01:40 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अपनी श्रीलंका की 3 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। यह अनुरा कुमारा दिसानायके के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहली श्रीलंका की यात्रा है। इस यात्रा पर श्रीलंका ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान 'मित्र विभूषण' से सम्मानित किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की संख्या 22 पहुंच गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को भारत के 140 करोड़ लोगों समर्पित किया है।

सम्मान

प्रधानमंत्री मोदी को मित्र विभूषण सम्मान में क्या मिला?

प्रधानमंत्री मोदी को 'मित्र विभूषण' में मिला एक धर्म चक्र साझा बौद्ध विरासत को दर्शाता है, जिसने दोनों देशों की सांस्कृतिक परंपराओं को आकार दिया है। चावल के ढेरों से सजा कलश समृद्धि और नवीनीकरण का प्रतीक है। नवरत्न दोनों देशों के बीच अमूल्य और स्थायी मित्रता का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे शुद्ध कमल की पंखुड़ियों से घिरे ग्लोब में दर्शाया गया है। आखिर में सूर्य और चंद्रमा प्राचीन अतीत से अनंत भविष्य तक फैले कालातीत बंधन को दर्शाते हैं।

ट्विटर पोस्ट

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धन्यवाद

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति दिसानायके को दिया धन्यवाद

श्रीलंका का सवोच्च सम्मान प्राप्त करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज राष्ट्रपति दिसानायके द्वारा श्रीलंका मित्र विभूषण से सम्मानित किया जाना मेरे लिए गौरव की बात है। यह सम्मान केवल मेरा सम्मान नहीं, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक संबंधों और गहरी मित्रता का सम्मान है। यह भारत के लिए गर्व का विषय है। मैं राष्ट्रपति, श्रीलंका सरकार और श्रीलंका के लोगों को धन्यवाद देता हूं।"

बयान

विजन 'महासागर' में श्रीलंका का खास स्‍थान- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और श्रीलंका के मजबूत रिश्‍तों का जिक्र करते हुए कहा, "चाहे 2019 का आतंकी हमला हो, कोविड महामारी हो, या हाल में आया आर्थिक संकट, हर कठिन परिस्थिति में हम श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हमारी पड़ोसियों को प्राथमिकता देने की नीति और विजन महासागर, दोनों में श्रीलंका का विशेष स्थान रहा है। भारत ने हमेशा से ही 'सबका साथ सबका विकास' के विजन को अपनाया है।"

ट्विटर पोस्ट

यहां सुने प्रधानमंत्री मोदी का बयान

भरोसा

राष्ट्रपति दिसानायके ने दिलाया बड़ा भरोसा

राष्ट्रपति दिसानायके ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि श्रीलंका अपने क्षेत्र का इस्तेमाल भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए किसी भी तरह से हानिकारक होने के इरादे से नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि श्रीलंका भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखता है और वह कभी किसी भी बाहर व्यक्ति को यहां से भारत के खिलाफ कोई साजिश नहीं रचने देगा। यह हिंद महासागर में चीन की बढ़ते प्रभाव के बीच भारत की बड़ी जीत है।

स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी का श्रीलंका में हुआ भव्य स्वागत 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शनिवार को श्रीलंका के कोलंबो के इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर अभूतपूर्व औपचारिक स्वागत किया गया। भारी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग भी उनके स्वागत के लिए वहां पहुंचे थे। उन्हें श्रीलंका की सेना ने तोपों की सलामी भी दी। इसके बाद अपना सर्वोच्च सम्मान भी दिया। बता दें कि श्रीलंका ने पहली बार किसी अतिथि को यह सम्मान दिया है, जिससे यह ऐतिहासिक और दोनों पड़ोसियों के बीच गहरे होते संबंधों का प्रतीक बन गया।

समझौते

भारत और श्रीलंका के बीच हुए 7 अहम समझौते

स्वागत और सम्मान के बाद दोनों देशों के नेताओं ने बंद कमरे में विस्तृत चर्चा की। इस दौरान दोनों देशों ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर भारत की चिंताओं के बीच रक्षा, ऊर्जा, डिजिटल बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और व्यापार, फार्माकोपियाल सहयोग और पूर्वी प्रांत को अनुदान सहायता समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि उन्होंने मछुआरों के मामलों सहित कई परियोजनाओं के लिए प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।