भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री की चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात, क्या हुई बातचीत?
क्या है खबर?
चीन के 2 दिवसीय दौरे पर पहुंचे भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। इस दौरान आपसी समझ और समर्थन बढ़ाने के लिए ठोस उपाय तलाशने पर बात हुई।
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में वांग ने कहा कि भारत और चीन को परस्पर संदेह, आपसी मनमुटाव और आपसी थकावट से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सुधार-विकास दोनों देशों और उनके लोगों के मौलिक हितों के अनुरूप है।
बयान
चीन ने भारत को लेकर क्या कहा?
वांग यी ने कहा कि चीन-भारत संबंधों में सुधार और विकास वैश्विक दक्षिण देशों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए अनुकूल है।
उन्होंने कहा कि यह एशिया और दुनिया में शांति, स्थिरता और समृद्धि में योगदान करने में भी मदद करता है।
चीनी मीडिया के मुताबिक, मिस्री ने कहा कि दोनों देशों ने लाभकारी वार्ता में मतभेदों को ठीक से प्रबंधित और हल किया और विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग की बहाली को बढ़ावा दिया है।
बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय का नहीं आया आधिकारिक बयान
चीनी बयान के मुताबिक, मिस्री ने कहा कि भारत राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ को संयुक्त रूप से मनाने के लिए चीन के साथ काम करने का इच्छुक है और शंघाई सहयोग संगठन के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका में चीन का समर्थन करेगा।
हालांकि, अभी तक विदेश मंत्रालय का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
मिस्री ने रविवार को बीजिंग पहुंचने पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के प्रमुख लियू जियानचाओ से मुलाकात की थी।