कोरोना वायरस: आवाजाही रोकने के लिए तमिलनाडु के वेल्लोर ने आंध्र प्रदेश सीमा पर बनाई दीवार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के प्रशासन ने पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश से लोगों की आवाजाही रोकने के लिए हाइवे पर दो दीवारें खड़ी कर दी हैं।
वेल्लोर की आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से सीमा लगती है और वेल्लोर जिला प्रशासन ने चित्तूर के प्रशासन को सहमति में लिए बिना ये दीवारें बनाई हैं।
चित्तूर जिले ने इन दीवारों पर आपत्ति जाहिर की है।
दीवारें
इन गांवों में बनाई गईं दीवारें
वेल्लोर के गुडियातम और पोन्नई गांव में बनाई गईं ये दीवारें तीन फुट चौड़ी और पांच फुट लंबी हैं। लॉकडाउन की शुरूआत के बाद ही इन दीवारों को बनाना शुरू कर दिया गया था।
वेल्लोर के जिला कलेक्टर ए शानमुगा सुंदरम ने कहा कि केवल दो जगहों पर दीवार बनाई गई है जबकि चित्तूर के साथ छह जगहों पर सीमा है। उन्होंने कहा, "दोनों राज्यों के बीच अन्य ग्रामीण रास्ते भी हैं जिन्हें पत्थरों से बंद कर दिया गया है।"
बयान
"इमरजेंसी में अन्य रास्तों से आने-जाने की इजाजत"
सुंदरम ने कहा, "लॉकडाउन के बीच लोगों की अनाधिकृत आवाजाही को रोकने के लिए हमने इन इलाकों को सील किया है। हालांकि इमरजेंसी में अन्य रास्तों के जरिए माल और लोगों के आने-जाने की इजाजत दी गई है।"
विरोध
चित्तूर ने कहा- फैसला अनुचित और विचित्र
वहीं चित्तूर के संयुक्त जिला कलेक्टर डी मारकांडेयुलू ने वेल्लोर के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा, "वेल्लोर एक अहम शहर है। कई तेलुगू भाषी वहां रहते हैं। लॉकडाउन की वजह से किसी भी अंतरराज्यीय यातायात और लोगों की आवाजाही की इजाजत नहीं है। इसके अलावा वेल्लोर और चित्तूर के बीच में अंतरराज्यीय चेकपोस्ट भी है। दोनों राज्यों के बीच दीवार बनाने का ये मामला विचित्र, असामान्य और अनुचित है।"
बयान
"आपातकालीन सेवाएं होंगी बुरी तरह प्रभावित"
मारकांडेयुलू ने कहा, "अगर हाइवे को इस तरीके से दीवार बनाकर स्थायी तौर पर बंद किया जाता है तो इससे आपातकालीन यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी। उदाहरण के तौर पर वेल्लोर के कैंसर अस्पताल में हर साल आंध्र प्रदेश के हजारों मरीज इलाज के लिए जाते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि वेल्लोर जिला प्रशासन ने हाइवे पर दीवार खड़ी करने जैसा विचित्र फैसला लेने से पहले चित्तूर प्रशासन के साथ परामर्श भी नहीं किया।
जानकारी
लॉकडाउन के बाद गिरा दी जाएंगी दीवार- वेल्लोर जिला कलेक्टर
मारकांडेयुलू ने वेल्लोर जिला प्रशासन के साथ बातचीत में दिवारें गिराने का मुद्दा उठाने की बात कही। वहीं वेल्लोर के कलेक्टर सुंदरम ने कहा कि दीवारें स्थायी नहीं बल्कि अस्थायी हैं और लॉकडाउन हटने के बाद उन्हें गिरा दिया जाएगा।
कोरोना का कहर
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में ऐसी है कोरोना वायरस की स्थिति
बता दें कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
तमिलनाडु में अब तक कोरोना के 1,885 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 24 लोगों की मौत हुई है और 1020 ठीक होकर घर जा चुके हैं।
वहीं आंध्र प्रदेश में 1,097 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 31 की मौत हुई है, वहीं 231 का इलाज सफल रहा है।