महाराष्ट्र: अचानक लाल हुआ लोनार झील का पानी, कारण जानने में जुटे वैज्ञानिक
दुनियाभर में कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जो आम लोगों के साथ-साथ वैज्ञानिकों को भी हैरत में डाल देती हैं। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले से भी ऐसी ही एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल यहां स्थित मशहूर लोनार झील का पानी अचानक से लाल रंग का हो गया है। पानी का रंग अचानक कैसे और क्यों बदला, इसका कारण जानने के लिए वैज्ञानिकों की टीम जुट चुकी है।
दो-तीन दिन पहले ही झील ने बदला अपना रंग- लोनार के तहसीलदार
वैज्ञानिकों का मानना है 35-50 हजार वर्ष पहले करीब 10 लाख टन वजनी एक उल्का पिंड के टकराने से ये झील बनी थी। इसका पानी हरे रंग का हुआ करता था जो अब लाल हो गया है। ANI के अनुसार, लोनार के तहसीलदार ने बताया, "दो-तीन दिनों पहले ही मैंने पाया कि झील के पानी का रंग बदल गया है। वन विभाग को इसका नमूना एकत्र कर इसका कारण जानने के लिए कहा गया है।"
देखिए इस मामले से जुड़ा ANI का पोस्ट
अलग-अलग मत दे रहे हैं वैज्ञानिक
इस विचित्र घटना के ऊपर वैज्ञानिक अलग-अलग मत दे रहे हैं। वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि कुछ दिन पहले आए निसर्ग तूफान के कारण जोरदार बारिश हुई थी, जिससे हैलोबैक्टीरिया और ड्यूनोनिला सलीना कवक झील की तलहट में बैठ गए और झील का पानी लाल नजर आने लगा। हालांकि इसके बारे में पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता और वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पीछे कुछ और ठोस कारण भी हो सकते हैं।
कई रासायनिक गुणों का खजाना है यह झील
लोनार झील का रहस्य जानने में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा से लेकर दुनिया की तमाम एजेंसियां कई वर्षों से शोध कर रही हैं जिसके दौरान यह भी पता लगा है कि यह रासायनिक गुणों से भरपूर है। लोनार झील के आसपास रहने वालों के मुताबिक, साल 2006 में यह झील पूरी तरह सूख गई थी जिसके बाद वहां खनिजों के छोटे-छोटे टुकड़े चमकते हुए देखे गए। हालांकि बाद में हुए बारिशों के कारण झील फिर से पानी से भर गई।