RTI: रोजाना कितनी कोरोना वायरस टेस्टिंग कर सकता है भारत? सरकार के पास डाटा ही नहीं
क्या है खबर?
लॉकडाउन में ढील देने के बाद से ही भारत में संक्रमितों और मृतकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। देश में संक्रमितों की संख्या तीन लाख के करीब पहुंच गई है।
सरकार इसके प्रसार को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करने का दावा कर रही है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पास केंद्र और राज्यों की दैनिक परीक्षण क्षमता की जानकारी ही नहीं है। एक RTI में इसका खुलासा हुआ है।
RTI
RTI के तहत सरकार से मांगी गई थी जानकारी
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार वन और पर्यावरण के लिए सामाजिक कार्य (SAFE) के संस्थापक व्रिकांत तोंगड़ ने सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) के तहत सरकार से राज्यों के साथ कोरोना की देशव्यापी दैनिक परीक्षण क्षमता, जांच किट के उत्पादन का विस्तार और कोरोना से लड़ाई के लिए राज्यों को आवंटित किए गए बजट की जानकारी मांगी थी।
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने परीक्षण क्षमता की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
जवाब
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से NCDC ने दिया RTI का जवाब
RTI का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत काम करने वाले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) ने कहा कि राज्यों के साथ देशभर में कोरोना वायरस की दैनिक परीक्षक क्षमता का डेटा NCDC के पास उपलब्ध नहीं है।
NCDC की लैब में प्रतिदिन 200-300 परीक्षण किए जाने की क्षमता है। हालांकि, ICMR के अधिकारियों के अनुसार देशभर में 6 जून तक 50 लाख 30 हजार 700 सैंपलों की जांच की जा चुकी है।
जानकारी
देशभर में प्रतिदिन की जा रही 1.4 लाख लोगों की जांच
NCDC ने RTI का जवाब में यह भी कहा है कि उनके पास परीक्षण का डेटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन ICMR के अधिकारियों के अनुसार देशभर में प्रतिदिन 1.4 लाख लोगों के सैंपल लेकर जांच किए जाने की बात कही जा रही है।
बजट
केंद्र सरकार ने राज्यों को आवंटित किया 4,114 करोड़ का बजट
NCDC ने RTI का जवाब में यह भी कहा कि सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2019-20 में राज्यों को कुल 4,114 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 1,114.5 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत 2999.99 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
सबसे ज्यादा बजट महाराष्ट्र को 468 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश को 368 करोड़ और तमिलनाडु 360 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
जांच
मई के पहले सप्ताह से प्रतिदिन हो रही एक लाख से अधिक जांच
ICMR के अनुसार भारत में मई के पहले सप्ताह से प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों की जांच की जा रही है। इसके अलावा प्रतिदिन जांच क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।
यही कारण है वर्तमान में प्रतिदिन 1.4 लाख लोगों की जांच की जा रही है। सभी जांच ICMR द्वारा स्वीकृत कुल 579 लैब्स में की जा रही है।
इनमें 407 लैब्स सरकारी और 180 प्राइवेट लैब्स हैं। लैब्स की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है।
सबसे ज्यादा
तमिलनाडु में की जा चुकी है करीब 6.38 लाख लोगों की जांच
द हिन्दू के अनुसार भारत में अब तक सबसे ज्यादा जांच तमिलनाडु में 6.38 लाख लोगों की गई है। यहां प्रत्येक 10 लाख लोगों पर 8,277 लोगों की जांच हो रही है।
इसके बाद महाराष्ट्र में 5.95 लाख, दिल्ली और गुजरात 2.66-2.66 लाख और मध्य प्रदेश में 2.28 लाख लोगों की जांच हो चुकी है।
सबसे कम जांच मेघायल में 11,499 और अरुणाचल प्रदेश 11,504 लोगों की जांच की गई है। अन्य राज्यों में जांच बढ़ाई जा रही है।
संक्रमण
भारत में तीन के करीब पहुंची संक्रमितों की संख्या
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 9,996 नए मामले सामने आए और 357 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले और मौते हैं।
इससे पहले कल 9,985 नए मामले सामने आए थे और 279 लोगों की मौत हुई थी।
इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 2,86,579 हो गई है, वहीं 8,102 मरीजों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,37,448 है।