बालासोर ट्रेन हादसा: लोगों को नहीं मिले परिजनों के शव, DNA जांच में हो रही देरी
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कई लोगों को उनके परिजनों या रिश्तेदारों के शव नहीं मिल पाए हैं। दरअसल, हादसे के बाद क्षत-विक्षत शवों की पहचान के लिए DNA सैंपल लिए गए थे और DNA जांच में लगातार देरी हो रही है। बता दें कि बालासोर ट्रेन हादसे में 280 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
बिहार के दिहाड़ी मजदूर को नहीं मिला बेटे का शव
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, बिहार के पूर्णिया जिले में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले विजेंद्र ऋषिधर को अब तक अपने बेटे सूरज का शव नहीं मिल पाया है। उन्होंने भुवनेश्वर AIIMS के मुर्दाघर में आधार की मदद से शव की पहचान की थी, लेकिन उन्हें शव नहीं सौंपा गया। उन्होंने कहा, "पहले हमें बताया गया कि DNA जांच का परिणाम 48 घंटे में आ जाएगा, लेकिन अब कई दिन बीत चुके हैं। मैंने ओडिशा आने के लिए पैसे उधार लिए थे।"
पहचान के बावजूद बंगाल के शख्स को नहीं मिला भाई का शव
पश्चिम बंगाल के मालदा के निवासी अशोक रबी दास अपने 20 वर्षीय भाई कृष्णा के शव को पाने के लिए पिछले कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने अपने भाई के शव की कपड़ों के आधार पर पहचान कर ली थी, लेकिन मुझे उसका शव नहीं सौंपा गया।" उन्होंने कहा, "अधिकारियों ने DNA जांच के लिए मेरे खून का सैंपल लिया था। मुझे नहीं पता कि DNA टेस्ट के नतीजे आने में और कितना समय लगेगा।"
6 जून से भाई के शव का इंतजार कर रहा बिहार का शख्स
बिहार के बेगूसराय के रहने वाले अजीत कुमार ने बताया कि वह 6 जून से अपने 23 वर्षीय भाई सुजीत कुमार के शव का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "AIIMS के मुर्दाघर में रखा शव नंबर 27 मेरे भाई का है क्योंकि उस पर महाकाल का टैटू बना हुआ है। मैं अपने भाई के शव को आसानी से पहचान गया था क्योंकि उसका एक नाखून लंबा था। मैं 6 जून से DNA टेस्ट का इंतजार कर रहा हूं।"
विशेषज्ञों ने DNA सैंपल की जांच को लेकर क्या कहा?
AIIMS में एनाटॉमी के प्रोफेसर प्रवेश रंजन त्रिपाठी ने कहा, "हमने जांच के लिए 75 नमूने दिल्ली भेजे हैं, लेकिन उनके परिणाम आने में कम से कम 10 दिन लगेंगे।" उन्होंने कहा, "यह अनिश्चित है कि कितने सैंपल आपस में मेल खाएंगे। कुछ मामलों में मृतकों के पिता, मां या भाई-बहनों के साथ-साथ अन्य करीबी रिश्तेदारों के सैंपल लिए गए हैं। किसी शख्स के माता-पिता के DNA सैंपल के मिलान की सटीकता अधिक रहती है।"
DNA जांच क्या होती है?
डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) इंसान के शरीर में प्रोटीन का एक स्ट्रक्चर होता है। किसी भी एक इंसान का DNA दूसरे इंसान से बिल्कुल अलग होता है। हालांकि, किसी इंसान के DNA का कुछ हिस्सा उसके माता-पिता, भाई-बहन और बच्चों से मिलता है। आसान भाषा में समझें तो DNA एक इंसान के वंशानुगत गुणों या जेनेटिक जानकारी को उसकी संतान तक ले जाता है। DNA जांच में सैंपल की जांच के बाद उसके करीबियों की पहचान की जा सकती है।