लोकसभा चुनाव: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विपक्षी गठबंधन में शामिल होने से किया इनकार
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्ष के महागठबंधन में शामिल होने की सभी संभावनाओं से इनकार कर दिया है। बीजू जनता दल (BJD) प्रमुख पटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ेगी और हमेशा से उनकी यही योजना रही है। मुख्यमंत्री पटनायक दिल्ली दौरे पर हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह बात कही।
पटनायक बोले- प्रधानमंत्री ने मदद का दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री पटनायक ने भाजपा से नजदीकी बनाए रखने का संकेत भी दिया। उन्होंने कहा कि ओडिशा में जुड़े विकास कार्यों के संबंध में वह आज प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे। उन्होंने कहा, "मैंने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को लेकर उनसे बातचीत की है, जिसे हम पुरी में स्थापित करना चाहते हैं। भुवनेश्वर में अभी काफी ट्रैफिक हो रहा है तो हम वहां से विस्तार करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने मदद करने का आश्वासन दिया है।"
नीतीश कुमार से मुलाकात को लेकर क्या बोले पटनायक?
पटनायक ने बीते दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी नेताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी किसी गठंबधन में शामिल होने की अभी कोई मंशा नहीं है। पटनायक की इस घोषणा को नीतीश की विपक्षी नेताओं को एक करने की कवायद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
दिल्ली किसी नेता से मिलने की कोई योजना नहीं- पटनायक
पटनायक ने कहा कि उनकी दिल्ली यात्रा के दौरान अन्य राजनीतिक पार्टियों के किसी नेता से मिलने की कोई योजना नहीं है। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल समेत तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक साथ आ सकते हैं।
विपक्षी मोर्चे में लाने के लिए नीतीश और ममता ने की थी पटनायक से मुलाकात
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले महीने तीसरे मोर्च की कवायद को लेकर पटनायक से मुलाकात की थी। इसके बाद नीतीश भी पटनायक से मिले थे। ममता और नीतीश दोनों भाजपा के सबसे बड़े आलोचकों में शामिल हैं। उनकी मुलाकात के बाद पटनायक के विपक्षी खेमे में आने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब पटनायक ने अपने बयान के जरिए इन अटकलों को विराम दे दिया है। वह पहले भी केंद्रीय राजनीति में सबसे अलग-थलग रहे हैं।