NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कोरोना वायरस: WHO प्रमुख ने की संक्रमण रोकने के लिए मुंबई के धारावी की प्रशंसा
    अगली खबर
    कोरोना वायरस: WHO प्रमुख ने की संक्रमण रोकने के लिए मुंबई के धारावी की प्रशंसा

    कोरोना वायरस: WHO प्रमुख ने की संक्रमण रोकने के लिए मुंबई के धारावी की प्रशंसा

    लेखन प्रमोद कुमार
    Jul 11, 2020
    10:09 am

    क्या है खबर?

    भारत में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित शहर मुंबई की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी ने प्रभावी तरीके से संक्रमण को नियंत्रण में किया है।

    शुरुआत में धारावी कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट साबित हुई थी, लेकिन अब यहां संक्रमण काबू में है।

    धारावी की सफलता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस अधनोम गैब्रेयसस ने भी इसकी तारीफ की है।

    आइये, जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा और धारावी ने सफलता पाई।

    बयान

    डॉक्टर टेड्रोस ने कही यह बात

    मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर टेड्रोस ने कहा कि दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हैं, जिन्होंने दिखाया है कि बड़े स्तर पर तेजी से फैल रहे संक्रमण को भी काबू किया जा सकता है। ऐसे कुछ उदाहरण स्पेन, इटली, दक्षिण कोरिया और मुंबई के सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाले इलाके धारावी से सामने आए हैं।

    उन्होंने कहा कि इन जगहों पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और इलाज के जरिये कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण पाया गया है।

    सफलता

    धारावी ने कैसे लगाई संक्रमण पर रोक?

    धारावी में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। लगभग 2.1 स्क्वेयर किलोमीटर में फैली इस बस्ती में आठ लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। यह घनत्व संक्रामक बीमारी के फैलने के लिए सबसे मुफीद साबित हो सकता है।

    यहां शुक्रवार को महज 12 नए मामले सामने आए। यहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 2,359 है, लेकिन इनमें से केवल 166 ही सक्रिय मामले हैं।

    ऐसे में यह समझना जरूरी है कि धारावी ने संक्रमण पर रोक कैसे लगाई।

    प्रयास

    प्रशासन ने की थी कोरोना को धारावी से दूर रखने की कोशिश

    देश में कोरोना वायरस की शुरुआत के समय से ही अधिक जनसंख्या घनत्व वाले इलाके चिंता का विषय बन गए थे।

    धीरे-धीरे महाराष्ट्र और मुंबई में संक्रमण फैलना शुरू हुआ, जिसके बाद धारावी को लेकर प्रशासन की रातों की नींद गायब हो गई।

    प्रशासन और सरकार ने कोरोना वायरस को धारावी में पहुंचने से रोकने की कोशिश की, लेकिन 1 अप्रैल को यह कोशिश नाकाम साबित हो गई। इस दिन यहां के बलीगा नगर में पहला कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला।

    धारावी

    9 मई तक हो चुकी थी 27 मौतें

    धारावी में जो पहला मरीज मिला था, उसके घर में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर आए लोग रुके थे।

    इसके बाद उसके संपर्क में आए अऩ्य लोगों का टेस्ट किया गया। अगले दो दिनों में दो और नए मामले सामने आए। ये भी तबलीगी जमात से संबंधित थे।

    9 मई तक लॉकडाउन के बावजूद धारावी में 833 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके थे, जिनमें से 27 की मौत भी हो चुकी थी।

    धारावी

    खाने के लिए बाहर निकलने को मजबूर थे लोग

    शुरुआती मामले सामने आने के बाद धारावी के लोगों में भय व्याप्त हो गया। उन्हें पता था कि घर में रहकर संक्रमण को रोका जा सकता है, लेकिन खाने की कमी और उमस भरा मौसम उन्हें बाहर आने पर मजबूर कर रहा था।

    इसी बीच लॉकडाउन के कारण हजारों लोगों की नौकरियां चली गई। इससे उनकी कमाई बंद हो गई और वो पेट पालने के लिए लोगों से मिलने वाले खाने और मदद पर आश्रित हो गए।

    परेशानी

    सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का नहीं हो रहा था पालन

    लॉकडाउन के कारण इलाके में चलने वाले चमड़े, कपड़े और नमकीन के छोटे-मोटे कारखाने बंद हो गए और लोगों को अपने खाने की चिंता सताने लगी।

    खाने के लिए वो घर से बाहर आने पर मजबूर हुए, जिससे नियमों की धज्जियां उड़ी। इस बारे में 44 वर्षीय असलम दौलत खान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "अगर खाना मिल जाए तो लोग बाहर क्यों निकलेंगे? मौत से तो सब ही डरते हैं।"

    कोरोना वायरस

    अब धारावी का क्या हाल है?

    अब लगभग डेढ़ महीने बाद धारावी में हालात नियंत्रण में दिख रहे हैं। लोगों के मन से डर कम हुआ है और संक्रमित लोग ठीक होकर वापस घर आ गए हैं।

    यहां वायरस की वृद्धि दर मई के 4.3 प्रतिशत से कम होकर इस महीने 1.02 प्रतिशत आ गई है और यह कई बड़े शहरों से बेहतर है।

    यहां मामले दोगुना होने का समय बाकी मुंबई की तुलना में दो गुना है। शनिवार को यहां सिर्फ सात नए मरीज मिले।

    रणनीति

    BMC ने चलाया था 'चेज द वायरस' अभियान

    धारावी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होता देख बृह्नमुंबई नगर पालिका (BMC) ने 'चेज द वायरस' अभियान शुरू किया।

    अप्रैल से प्रशासन यहां 47,500 घरों में लगभग सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग कर चुका है। इनमें से कोरोना वायरस के लक्षणों वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया।

    इस रणनीति के बारे में बताते हुए BMC के असिस्टेंट कमिश्नर किरण दिघावकर ने कहा कि नए मामले सामने आने का इंतजार करने के बजाय उन्होंने वायरस का पीछा किया।

    अभियान

    समय से अस्पताल और क्वारंटाइन सेंटर पहंच रहे थे मरीज

    रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए दिघावकर ने ब्लूमबर्ग से कहा कि उनकी टीम बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित नहीं थी। वो मृत्यू दर को कम रखना चाहते थे।

    उन्होंने कहा कि अगर किसी की तबीयत खराब हुई तो वो खुद आकर अस्पताल में और क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हो रहे थे।

    इसकी तुलना में मुंबई के बाकी इलाकों में लॉकडाउन और दूसरी वजहों के कारण मरीज देर से अस्पताल पहुंच रहे थे।

    रणनीति

    टेस्टिंग के लिए मैदान में उतारे गए डॉक्टर

    इसके अलावा BMC ने टेस्टिंग के लिए महिम धारावी मेडिकल प्रैक्टिशन एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के सदस्यों के साथ हाथ मिलाया था।

    इलाके में काम करने वाले एक जनरल सर्जन शिवकुमार उत्तुरे ने लाइवमिंट से बातचीत में कहा कि उनकी टीम टेस्टिंग के लिए 10 दिनों तक मैदान में रही थी। साथ ही BMC ने निजी डॉक्टरों को PPE किट दिये, जिस वजह से उन्होंने मार्च में बंद हुए अपने क्लिनिक फिर से खोल दिए।

    इंतजाम

    जांच के लिए प्रयोग हुए ऑक्सीमीटर

    जब धारावी में टेस्टिंग किट की कमी हुई तब डॉक्टरों ने लोगों में ऑक्सीजन स्तर की जांच के लिए ऑक्सीमीटर इस्तेमाल करने शुरू कर दिए।

    डॉक्टर उत्तुरे ने बताया, "आमतौर पर किसी व्यक्ति में ऑक्सीजन स्तर 98-100 प्रतिशत के बीच होना चाहिए। अगर किसी में यह इससे कम है तो उसकी जांच की जरूरत होती है। इसलिए हम ऑक्सीजन स्तर की कमी को देखकर कई मरीजों की पहचान करने में कामयाब रहे।"

    ऐहतियात

    शुरुआती कामयाबी मिली, लेकिन जंग अभी जारी

    संक्रमण पर कुछ हद तक नियंत्रण कर धारावी सुर्खियों मे आ गई। केंद्र सरकार ने भी इसकी तारीफ की है।

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में बयान जारी कर कहा कि यहां 80 प्रतिशत लोग सामुदायिक शौचालयों पर निर्भर है और लोग तंग गलियों में छोटे घरों में रहने को मजबूर है, लेकिन BMC की ट्रेसिंग, ट्रेकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग रणनीति ने कमाल कर दिया।

    धारावी भले ही प्रशंसा पा रही है, लेकिन जंग अभी खत्म नहीं हुई है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    मुंबई
    महाराष्ट्र
    BMC
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    टोयोटा की बिक्री में आया 22 फीसदी का उछाल, जानिए मई में कितनी गाड़ियां बेची  टोयोटा
    'स्क्विड गेम 3' का ट्रेलर रिलीज, फैंस बोले- नेटफ्लिक्स फिर दिखाएगा मौत का खौफनाक खेल नेटफ्लिक्स
    तेज प्रताप यादव ने RJD से निष्कासन के बाद लालू-राबड़ी के नाम लिखा भावुक संदेश बिहार
    बांग्लादेश: शेख हसीना मानवता के खिलाफ अपराध की दोषी करार, सुनवाई का हुआ सीधा प्रसारण बांग्लादेश

    मुंबई

    टिक-टॉक को कड़ी टक्कर दे रही हैं ये तीन स्वदेशी मोबाइल ऐप्स सोशल मीडिया
    मुंबई में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या के चलते 99 प्रतिशत ICU बेड भरे महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र: 'मिशन बिगिन अगेन' के तहत तीन चरणों में दी जाएंगी लॉकडाउन में रियायतें महाराष्ट्र
    बुधवार दोपहर तक महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा सकता है चक्रवात निसर्ग, अलर्ट जारी गुजरात

    महाराष्ट्र

    इन केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में 500 से कम कोरोना संक्रमित, मौत एक भी नहीं भारत की खबरें
    मुंबई में आज से शुरू हुईं लोकल ट्रेनें, केवल आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी कर सकेंगे सफर मुंबई
    कोरोना वायरस: राज्यों में क्या है स्थिति, कहां कम और कहां बढ़ रहे मामले? भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: मुंबई में सामने आई आंकड़ों में गड़बड़ी, दर्ज नहीं की गईं 451 मौतें मुंबई

    BMC

    मुंबई में अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट, मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी मुंबई
    2017 में खुले में शौच मुक्त घोषित हुई मुंबई में एक लाख सार्वजनिक शौचालयों की कमी भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: मुंबई का अस्पताल किया गया बंद, 26 नर्सें और तीन डॉक्टर पाए गए संक्रमित भारत की खबरें
    मुंबई: कोरोना वायरस से बुजुर्ग की मौत, अस्पताल ने परिवार को थमाया 16 लाख का बिल मुंबई

    कोरोना वायरस

    ISL 2020-21: खाली स्टेडियम में खेला जा सकता है लीग का सातवां सीजन- रिपोर्ट फुटबॉल समाचार
    आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आएंगे मास्क और हैंड सैनिटाइजर, सरकार ने जारी किया आदेश भारत सरकार
    कोरोना महामारी के बीच कक्षा 9 से 12वीं तक का 30% पाठ्यक्रम कम करेगी CBSE दिल्ली
    पश्चिम बंगाल सरकार ने सख्त लॉकडाउन के लिए कंटेनमेंट और बफर जोन को किया संयोजित भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025