मुंबई: मॉल में भीषण आग; बाहर निकाले गए 3,500 लोग, फायर ब्रिगेड के दो कर्मचारी घायल
मुंबई के एक मॉल में भीषण आग लग गई है और कल रात से इसे बुझाने का प्रयास जारी है। इस प्रयास में फायर ब्रिगेड के दो कर्मचारी घायल हो चुके हैं, वहीं मॉल के सामने वाली इमारत से लगभग 3,500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। आग लेवल पांच तक पहुंच गई है, हालांकि राहत वाली बात ये है कि अभी तक किसी भी आम नागरिक के घायल होने की खबर नहीं है।
पहले लेवल 1 की थी आग, विकराल रूप धारण कर लेवल 5 पर पहुंची
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के नागपाड़ा स्थित सिटी सेंटर मॉल में गुरूवार रात करीब 8:53 बजे आग लगी थी। पहले ये लेवल 1 की आग थी, लेकिन धीरे-धीरे इसने विकराल रूप धारण कर लिया और लेवल 3 से होती हुई लेवल 5 तक पहुंच गई। आग के लेवल 5 पर पहुंचने के बाद शुक्रवार सुबह लगभग 2:41 बजे फायर ब्रिगेड के अतिरिक्त बलों को बुलाया गया। आग पर अभी भी काबू नहीं पाया जा सका है।
26 गाड़ियां और 250 कर्मचारी आग बुझाने में व्यस्त
आग के भीषण होने के बाद मॉल के सामने स्थित ऑर्चिड एनक्लेव नामक 55 मंजिला इमारत से लगभग 3,500 लोगों को पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। अभी आग बुझाने की 26 गाड़ियां, 16 जंबो टैंकर्स और फायर ब्रिगेड के 250 कर्मचारी आग बुझाने में लगे हुए हैं। मुंबई के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शशिकांत काले की देखरेख में ये अभियान चलाया जा रहा है और वे मौके पर ही मौजूद हैं।
मोबाइल की दुकान में शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा आग लगने का कारण
आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है, हालांकि एबीपी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के हवाले से मोबाइल की एक दुकान में शॉर्ट सर्किट के बाद आग लगने की बात कही है। आग धीरे-धीरे दूसरी मंजिल पर स्थित इस दुकान से पूरी मंजिल और फिर तीसरी मंजिल पर फैल गई। वेंटिलेशन न होने के कारण मॉल में धुआं भर गया था और धुआं बाहर निकालने के लिए शीशे तोड़ने पड़े।
मेयर और स्थानीय विधायक ने लिया घटनास्थल का जायजा
अन्य अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय कांग्रेस विधायक अमीन पटेल और मुंबई की मेयर किशोर पेडनेकर मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस समय आग लगी मॉल में लगभग 500 लोग मौजूद थे।
घायल कर्मचारियों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी
घायल हुए फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों के नाम शमराव जालान बंजारा और रमेश प्रभाकर चौगुले बताया जा रहा है। बंजारा को घुटन का समस्या होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अभी उनकी तबीयत स्थिर है। वहीं प्रभाकर के सीधे हाथ पर कुछ चोटें आई हैं। दोनों कर्मचारियों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। घटना के कारण ट्रैफिक में भी समस्या हुई और इलाके की दोनों तरफ की सड़कें बंद करनी पड़ी।