महाराष्ट्र: महिला की आवाज में बात कर दुकानदारों से धोखाधड़ी करने का आरोपी गिरफ्तार
महाराष्ट्र पुलिस ने नालासोपारा में रहने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिस पर कई दुकानदारों के साथ हजारों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। यह शख्स 2,000 रुपये के खुले पैसे मंगाने के लिए महिला की आवाज में बात करता था। जब दुकानदार पैसों के साथ वहां पहुंचता तो शख्स उससे पैसे लेकर फरार हो जाता। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को गिरफ्तार 40 वर्षीय आरोपी की पहचान मनीष अंबेकर के रूप में हुई है।
आरोपी के खिलाफ कई जगह मामले दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ ठाणे, पालघर, मुंबई, नासिक और पुणे जिले में कई दुकानदारों और व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी के मामले दर्ज है। आरोपी जगह बदल-बदलकर लोगों को निशाना बनाता था।
दुकान से सामान ऑर्डर कर करता था ठगी
पुलिस ने बताया कि आरोपी धोखाधड़ी करने के लिए जनरल स्टोर, मेडिकल स्टोर और थोक अनाज व्यापारियों को निशाना बनाता था। वह फोन कर महिला की आवाज में व्यापारियों और दुकानदारों से बात करता था। आरोपी उन्हें कहता कि वह उनकी दुकान के पास स्थित किसी अस्पताल या घर से बोल रही है। इसके बाद वह फोन पर कुछ सामान ऑर्डर करता और कहता कि उसके पास 2,000 रुपये का नोट है।
पैसे और सामान लेकर फरार हो जाता था आरोपी- पुलिस
आरोपी दुकानदारों से कहता कि वह डिलीवरी बॉय को 2,000 रुपये के खुले पैसे और सामान देकर भेज दे। इसके बाद वह किसी अस्पताल या घर के बाहर खड़ा होकर इंतजार करता। जब डिलीवरी बॉय उसके बताए पते पर पहुंचता तो वह उससे कहता कि फोन करने वाली महिला ने उसे भेजा है। डिलीवरी बॉय से सामान और पैसे लेकर वह 2,000 रुपये का नोट लाने की बात कहकर अंदर चला जाता और फिर गायब हो जाता।
घर से बाहर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
अब तक आरोपी कई दुकानदारों को ऐसी चपेट लगा चुका था और पुलिस की उसकी तलाश थी। हाल ही में नालासोपारा में भी एक ऐसी घटना घटी थी, जहां धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने घर आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने अपने जवानों को उसके घर के बाहर तैनात कर दिया। जैसे ही वह घर लौटा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के पास से बरामद हुए 1.60 लाख रुपये
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की तो उसके पास से 1.60 लाख रुपये की बरामद हुए। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि अब धोखाधड़ी के कई मामले सुलझ सकेंगे।