कोरोना महामारी के समय आय में कमी, दिल्ली-NCR और मुंबई के बाद सबसे प्रभावित शहर हैदराबाद
देश में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के कारण कई उद्योग धंघे पूरी तरह से चौपट हो गए और लाखों बरोजगार हो गए। इससे लोगों की मासिक आय घट गई और लिए गए कर्ज की किश्तें चुकाना मुश्किल हो गया। इस मामले में हैरदाबाद देश का तीसरा सबसे प्रभावित मेट्रो शहर रहा है। पैसा बाजार कंपनी के सर्वे के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
35 शहरों के 8,500 लोगों पर किया सर्वे
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पैसा बाजार द्वारा "कर्ज से निपटना: भारत कैसे EMI के भुगतान की योजना बना रहा है " शीर्षक से देश में 35 शहरों में सर्वे आयोजित किया था। इसमें एक लाख या उससे अधिक का कर्ज रखने वाले 24-57 आयु वर्ग के लगभग 8,500 लोगों को शामिल किया गया था। सर्वे में सामने आया कि आय में कमी और कर्ज चुकाने की क्षमता में कमी के मामले में हैदराबाद तीसरा सबसे प्रभावित शहर है।
सर्वे में भाग लेने वाले हैदराबाद के 63 प्रतिशत लोगों की आय हुई प्रभावित
रिपोर्ट के अनुसार सर्वेक्षण में भाग लेने वाले हैदराबाद के 63 प्रतिशत लोगों ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण उनकी आय में कमी आई है। इनमें से 20 प्रतिशत लोगों की आय पूरी तरह से खत्म हो गई। इसी प्रकार स्वरारोजगार करने वाले 80 प्रतिशत और 58 प्रतिशत वेतनभोगियों की आय में भी कमी आई है। इसके अलावा हैदराबाद के 12 प्रतिशत लोगों की नौकरी चली गई और वर्तमान में उनके पास आय का कोई जरिया नहीं है।
86 प्रतिशत स्वरोजगार वालों की आय में आई कमी
सर्वे के अनुसार पैन इंडिया के तहत स्वरोजगार करने वाले करीब 86 प्रतिशत लोगों की आय में भी लॉकडाउन के कारण खासी कमी है। इसके कारण अब उन्हें कर्ज की किश्त चुकाने में मुश्किल हो रही है और खर्च नहीं चल पा रहा है।
दिल्ली-NCR में 70 प्रतिशत लोगों की आय में आई कमी
सर्वे के अनुसान दिल्ली-NCR और मुंबई महामारी में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले शहरों में शामिल हैं। दिल्ली-NCR के शहरों में 70 प्रतिशत से अधिक लोगों की आय में भारी कमी आई है। इसी तरह मुंबई में 26 प्रतिशत लोगों की आय पूरी तरह से खत्म हो गई। ऐसे में उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा मुंबई के 65 प्रतिशत लोगों ने कर्ज की किश्त चुकाने के लिए अधिक समय की मांग की है।
जुलाई के बाद हो रहा है स्थिति में सुधार- कुकरेजा
पैसा बाजार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नवीन कुकरेजा ने बताया कि महामारी के पहले दो-तीन महीनों में उपभोक्ताओं पर व्यापक प्रभाव पड़ा था, लेकिन जुलाई के बाद से स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब ट्रैवल, एविएशन, हॉस्पिटैलिटी आदि सुविधाओं को नियोजित तरीके से बहाल किया जा रहा है। हालांकि, स्वरोजगार और कम आय वाले क्षेत्रों के लिए ऋण की आपूर्ति को फिर से हासिल करने में अधिक समय लगेगा।