दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने किया साफ, शहर में नहीं बढ़ेगा लॉकडाउन
क्या है खबर?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को साफ किया कि शहर में लॉकडाउन को बढ़ाया नहीं जाएगा। कोरोना वायरस से संबंधित अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ये बात कही।
रिपोर्टर्स ने उनसे सवाल किया था कि क्या कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में लॉकडाउन बढाने को लेकर कोई चर्चा हुई है, जिसके जबाव में उन्होंने कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई और लॉकडाउन को नहीं बढ़ाया जाएगा।
आरोप-प्रत्यारोप
दिल्ली में 2,098 मौत के MCD के दावे पर भी साधा जैन ने निशाना
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जैन ने दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से 2,098 मौतें होने के दिल्ली नगर निगम के दावे पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, "वे ये जानकारियों हमें क्यों नहीं भेजते? नाम, उम्र, रिपोर्ट्स... सभी जानकारियों की जरूरत है। उनसे इन लोगों की कोरोना वायरस पॉजिटिव रिपोर्ट समेत इन आंकड़ों की सूची मांगिए।"
बता दें कि MCD ने ये आंकड़े श्मशान घाटों पर हुए अंतिम संस्कारों के आधार पर जारी किए हैं।
स्थिति
दिल्ली में बिगड़ रही है कोरोना वायरस की स्थिति
दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति बिगड़ती जा रही है और अब तक शहर में 34,687 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 1,085 लोगों की मौत हुई है, वहीं 12,731 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 1,877 नए मामले सामने और 101 लोगों की मौत हुई। ये शहर में एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले और मौतें हैं।
अनुमान
दिल्ली में 31 जुलाई तक 5.5 लाख मामले होने का अनुमान
दिल्ली सरकार का अनुमान है कि शहर में 30 जून तक एक लाख और 31 जुलाई तक 5.5 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं और इसी हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं।
इसी बीच कई विशेषज्ञों ने दिल्ली में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने की बात कही है। हालांकि, केंद्र सरकार ने इससे इनकार किया है।
जैन का इस मामले में कहना है कि जब केंद्र स्वीकार करेगी, तभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू माना जाएगा।
नियमों में बदलाव
नियमों में बार-बार बदलाव से पैदा हुई भ्रम की स्थिति
तेजी से बढ़ते इन मामलों के बीच दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कई नियमों को बदला गया है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुआ है।
अस्पतालों में बेड उपलब्ध न होने को लेकर हाय-तौबा होने के बाद पहले दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी अस्पतालों को दिल्लीवासियों के लिए आरक्षित कर दिया, फिर उप राज्यपाल अनिल बैजल ने इस फैसले को पलट दिया।
अब दिल्ली के सभी अस्पताल सभी के लिए खुले हैं।
टेस्टिंग
टेस्टिंग को लेकर भी खड़ा हुआ विवाद
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने टेस्टिंग संबंधी नियमों में भी बदलाव किया और केवल लक्षणों वाले मरीजों की टेस्टिंग के आदेश दिए। वहीं कुछ निजी अस्पतालों और लैब्स को भी कोरोना वायरस का टेस्ट करने से रोक दिया गया।
इन मामलों में दिल्ली सरकार की खूब आलोचना हुई और कल दिल्ली हाई कोर्ट ने इस पर सुनवाई करते हुए कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 20 प्रतिशत बेड आरक्षित करने वाले निजी अस्पतालों को टेस्ट करने की इजाजत दे दी।