NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की दिल्ली सरकार को फटकार, मंगलवार तक मांगा हलफनामा
    अगली खबर
    बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की दिल्ली सरकार को फटकार, मंगलवार तक मांगा हलफनामा
    सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के मामले में दिल्ली सरकार को लगाई फटकार।

    बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की दिल्ली सरकार को फटकार, मंगलवार तक मांगा हलफनामा

    लेखन भारत शर्मा
    Nov 15, 2021
    03:05 pm

    क्या है खबर?

    दिल्ली-NCR क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार बढ़ता जा रहा है।

    इस बीच प्रदूषण के मामले में मंगलवार को हुई सुनिवाई में सुप्रीम कोर्ट ने फिर से दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई और प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों को लेकर मंगलवार तक नया हलफनामा दाखिल करने के आदेश दिए।

    कोर्ट ने कहा कि सरकार के प्रयास नाकाफी नजर आ रहे हैं।

    हलफनामा

    दिल्ली सरकार ने हलफनामा दाखिल कर लॉकडाउन पर जताई सहमति

    सुनवाई से पहले सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में दिल्ली सरकार ने कहा, "दिल्ली सरकार स्थानीय उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए संपूर्ण लॉकडाउन जैसे कदम उठाने को तैयार है। हालांकि ऐसा कदम कभी सार्थक होगा जब ये पूरे NCR में किया जाता है। दिल्ली के छोटे आकार को देखते हुए यहां लॉकडाउन का वायु गुणवत्ता पर सीमित असर होगा। अगर भारत सरकार पूरे NCR को ऐसा करने को कहती है तो हम ये कदम उठाने को तैयार हैं।"

    कदम

    सरकार ने बताया प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए

    वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताते हुए दिल्ली सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि इस हफ्ते किसी भी स्कूल में ऑफलाइन क्लास नहीं लगेगी और सरकारी कर्मचारियों को भी घर से काम करने को कहा गया है।

    इसके अलावा निजी दफ्तरों को भी घर से काम करने की सलाह दी गई है, वहीं कंस्ट्रक्शन के काम को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है।

    सुनवाई

    दिल्ली के प्रदूषण में पराली का है महज 10 प्रतिशत योगदान- मेहता

    सुनवाई की शुरुआत में केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल (SG) मेहता ने कहा कि दिल्ली में 76 प्रतिशत वायु प्रदूषण धूल, परिवहन और इंड्रस्टी की वजह से होता है। इसके पीछे पराली जलाने की सिर्फ 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

    उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को GRAP उपायों को लागू करने के लिए तैयार रहना चाहिए। सड़क की धूल, प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए।

    सवाल

    सुप्रीम कोर्ट ने पूछे अहम सवाल

    जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि जब पराली जलाना मुख्य कारण नहीं है तो फिर इतनी हॉय तोबा क्यों? आपकी रिपोर्ट कहती है धूल, उद्योग और वाहन आदि मुख्य कारण हैं तो इनको तुरंत काबू करने के लिए क्या किया जा रहा है?

    इस पर मेहता ने कहा कि दिल्ली में ट्रक की एंट्री बंद करनी चाहिए, जो अभी तक नहीं हुई है। इस पर कोर्ट ने कहा कि क्यों न दो दिन के लिए सभी वाहन बंद कर दिए जाएं?

    फटकार

    सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को लगाई फटकार

    दिल्ली सरकार के हलफनामे में प्रदूषण के लिए पूरी तरह से किसानों को जिम्मेदार ठहराया है।

    इस पर कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा कि दिल्ली सरकार बताए क्या कदम उठाए गए हैं? हलफनामा छोडिए ये बताइए कि सड़कों की सफाई के लिए कितनी मशीनें हैं? आपके पास 69 मशीनें हैं तो क्या ये काफी हैं?

    इस पर दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने कहा कि इस मामले में म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (MCD) से हलफनामा मांगा जाए।

    बयान

    सरकार के प्रचार अभियान के खर्च की कराई जाएगी ऑडिट- सुप्रीम कोर्ट

    जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, "आप MCD पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि दिल्ली सरकार ने MCD कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं दिया है। ऐसे में हम सरकार के प्रचार अभियान खर्च होने वाले पैसे का ऑडिट कराने के लिए मजबूर हो जाएंगे।"

    सुझाव

    पंजाब, हरियाणा पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों से बात करें- सुप्रीम कोर्ट

    मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमन्ना ने कहा कि दिल्ली सरकार ने वर्क फ्रॉम होम किया है, लेकिन दिल्ली NCR में बहुत सारे केंद्रीय कर्मचारी भी हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को भी इस पर विचार करना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब सरकारों को किसानों से बात कर उन्हें एक सप्ताह तक पराली जलाने से रोकने के लिए मनाना चाहिए। सरकारें सिर्फ कागज पर कागज दाखिल करना चाहती हैं। यह और कुछ नहीं बस राजनीति है।

    आदेश

    "दिल्ली-NCR में वर्क फ्रॉम होम पर हो विचार"

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि कुछ हिस्सों में पराली जलाने को छोड़कर उद्योग, ट्रांसपोर्ट, धूल आदि प्रदूषण के मुख्य कारण है। सरकार पूरी तरह ये बता नहीं पा रही है कि वो क्या कदम उठा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार कल ही आपातकालीन मीटिंग करें और उसके बाद तत्काल कदम उठाए।"

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली-NCR क्षेत्र में केंद्र सरकार और राज्य सरकार फिलहाल वर्क फ्राम होम लागू करने पर विचार करें।

    जानकारी

    पंजाब में चुनाव के कारण किसानों को नहीं रोका जा रहा- याचिकाकर्ता

    याचिकाकर्ता ने कहा कि पंजाब में चुनाव होने के कारण किसानों को पराली जलाने से नहीं रोका जा रहा है। इस पर CJI रमना कहा कि वह चुनाव जैसे मामले में नहीं जाएंगे। कोर्ट का राजनीति और चुनाव से कोई लेना देना नहीं है।

    हालात

    दिल्ली में बेहद खराब है हवा की स्थिति

    बता दें पराली जलाने, दिवाली पर पटाखे फोड़ने, गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से दिल्ली की हवा बेहद खराब हो रखी है और पिछले कई दिनों से ये बेहद गंभीर श्रेणी में बनी हुई थी।

    इतना ही नहीं स्विट्जरलैंड स्थित जलवायु समूह आईक्यूएयर (IQAir) की वायु गुणवत्ता और प्रदूषण शहर ट्रैकिंग सेवा ने दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर करार दिया है।

    हालांकि, रविवार को स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 330 पर आ गया।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    दिल्ली सरकार
    वायु प्रदूषण
    वायु गुणवत्ता सूचकांक
    सुप्रीम कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    विराट कोहली के टेस्ट संन्यास से पीछे छूट गए ये अहम रिकॉर्ड्स और ऐतिहासिक उपलब्धियां  विराट कोहली
    हमारी वायु रक्षा प्रणाली को भेदना पाकिस्तान के लिए नामुमकिन था- भारतीय सेना भारत-पाकिस्तान तनाव
    'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली का जिक्र, भारतीय सेना ने कही ये बात विराट कोहली
    होंडा नावी का स्कूटर निर्यात में दबदबा, जानिए कितना रहा  होंडा मोटर कंपनी

    दिल्ली सरकार

    दिल्ली: ऐप और वेबसाइट से ऑर्डर कर घर मंगा सकेंगे शराब, सरकार ने दी इजाजत दिल्ली
    दिल्ली सरकार को हाई कोर्ट की फटकार, कहा- वैक्सीन नहीं थी तो क्यों खोले वैक्सीनेशन सेंटर? दिल्ली हाई कोर्ट
    केंद्र ने फिर दिया दिल्ली की AAP सरकार को झटका, घर-घर राशन योजना पर रोक लगाई आम आदमी पार्टी समाचार
    क्यों एक बार फिर आमने-सामने हैं दिल्ली और केंद्र सरकार और घर-घर राशन योजना क्या है? अरविंद केजरीवाल

    वायु प्रदूषण

    इनडोर प्रदूषण से घर को इस तरह रखें सुरक्षित, सुधारें एयर क्वालिटी लाइफस्टाइल
    लॉकडाउन: उत्तर भारत में 20 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण- NASA उत्तर भारत
    इस जगह पर है धरती की सबसे साफ हवा लाइफस्टाइल
    वायु प्रदूषण कम करने के लिए अपनाएं ये तरीके, मिलेगी मदद दिल्ली

    वायु गुणवत्ता सूचकांक

    प्रदूषित दिल्ली: 93 प्रतिशत दिल्ली वासियों को नहीं पता क्या होता है AQI, कैसे होगा सुधार? दिल्ली
    जिम्मेदार नागरिक बनें, वायु प्रदूषण कम करें! अपनाएं ये तरीके दिल्ली
    अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर को जांचने के लिए इस्तेमाल करें ये मोबाइल ऐप्स दिल्ली
    बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से वाराणसी में मूर्तियों को भी लगाए गए मास्क दिल्ली

    सुप्रीम कोर्ट

    नए IT नियमों पर मद्रास हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, महत्वपूर्ण उपबंधों पर लगाई रोक बॉम्बे हाई कोर्ट
    इसी साल NDA परीक्षा में शामिल हो सकेंगी महिलाएं, सुप्रीम कोर्ट खारिज की केंद्र की याचिका भारतीय सेना
    सुप्रीम कोर्ट में केंद्र का जवाब, कहा- कोरोना संक्रमण से मौत पर मिलेगा 50,000 का मुआवजा केंद्र सरकार
    अश्लील फिल्म मामला: सुप्रीम कोर्ट ने गहना वशिष्ट की गिरफ्तारी पर लगाई रोक राज कुंद्रा
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025