
NEET विवाद: कैसे लीक होते हैं पेपर? 5 मामलों में शामिल गिरोह के तरीके से समझिए
क्या है खबर?
देश में संसद से लेकर सड़क तक राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET) के कथित पेपर लीक को लेकर विवाद हो रहा है।
बिहार पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चला है कि पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ।
आइए कुछ राज्यों के पेपर लीक मामलों से समझते हैं कि ये गैंग कैसे काम करती है।
राजस्थान
राजस्थान शिक्षक भर्ती घोटाला
न्यूज 18 के मुताबिक, राजस्थान के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में सामने आया कि पेपर परीक्षा केंद्रों से लीक हुए थे।
गिरोह का सरगना एक कोचिंग सेंटर चलाता था। इसने परीक्षा केंद्रों में अपने साथियों को रखा था, जो कुछ घंटे पहले पेपर रखे हुए सीलबंद बॉक्स को खोलते थे फिर पेपर की फोटोकॉपी करते थे।
इसे फोटोकॉपी को दूसरा सदस्य हल करता था, जिसे पैसे के बदले उम्मीदवारों तक पहुंचाया जाता था।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाला
हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले में जांच एजेंसियों ने पाया कि पेपर लीक का एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। गिरोह को परीक्षाओं का शेड्यूल मिलता है, जिसके बाद वे सदस्यों को पेपर लीक करने के काम में लगाते हैं।
फिर गिरोह कोचिंग और एजेंटों के जरिए उम्मीदवारों से पैसे लेकर उन्हें पेपर उपलब्ध कराता था। गिरोह के सरगना गिरफ्तारी से बचने के लिए हर हफ्ते अपने फोन और सिम कार्ड बदल लेते थे।
गुजरात
गुजरात हेड क्लर्क परीक्षा
2021 में गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (GSSSB) ने हेड क्लर्क के 186 पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, जिसमें 88,000 उम्मीदवार शामिल हुए थे।
जांच में पता चला था कि परीक्षा का पेपर जिस प्रिंटिंग प्रेस में छपा था, वहीं से लीक हुआ था। उम्मीदवारों से पेपर के बदले 10 से 15 लाख रुपये लिए गए थे। बाद में ये परीक्षा रद्द कर दी गई और प्रिटिंग सुपरवाइजर समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया थ।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा
इस साल की शुरुआत में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का पेपर लीक हो गया था।
जांच में सामने आया था कि एक गिरोह भारी भरकम रकम के बदले चोरी किए गए पेपर उम्मीदवारों को देता था। गिरोह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को निशाना बनाता था।
मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किए गए गिरोह के सरगना के पास से छात्रों के प्रवेश पत्र बरामद हुए थे।
ओडिशा
ओडिशा की जूनियर इंजीनियर परीक्षा
पिछले साल ओडिशा कर्मचारी चयन समिति (OSSC) की जूनियर इंजीनियर (JE) परीक्षा का पेपर लीक हो गया था।
इस मामले में भी पेपर प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था। आयोग ने पेपर प्रिंटिंग के लिए जिस प्रेस से अनुबंध किया था, उसकी जानकारी गिरोह को मिल गई थी। लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें कुछ शिक्षक भी शामिल थे।