अमेरिका के यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे, क्या है खासियत?
क्या है खबर?
अमेरिका के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वहां वाशिंगटन डीसी में स्थित ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे। वे बुधवार देर शाम तक अमेरिका पहुंचेंगे।
मोदी की अमेरिका यात्रा ऐसे समय हो रही है जब शहर बर्फबारी और ओले के कारण ठंड की चपेट में है, लेकिन राजनीतिक गतिविधियों से माहौल गर्म है।
ऐसे में मोदी को व्हाइट हाउस के ठीक सामने स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस ब्लेयर हाउस में ठहराया जाएगा।
आइए जानते हैं इसकी खासियत।
खासियत
व्हाइट हाउस से भी बड़ा है ब्लेयर हाउस
ब्लेयर हाउस को राष्ट्रपति का अतिथि गृह भी करते हैं, जो अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में एक आधिकारिक निवास है।
ब्लेयर हाउस में 4 इमारतें जुड़ी हैं, जो 70,000 वर्ग फीट का एक परिसर बनाती हैं, इससे यह व्हाइट हाउस से भी बड़ा बन जाता है।
इसमें 119 भव्य रूप से सुसज्जित कमरे हैं, जो विदेशी नेताओं के स्वागत या उच्च-स्तरीय कूटनीतिक वार्ता के लिए काफी जगह देते हैं।
पीछे एक शांत उद्यान है, जो ताजी हवा देती है।
मेहमान
ब्लेयर हाउस से जुड़ी कुछ यादें
ब्लेयर हाउस, इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष पर मैराथन वार्ता और G-7 वित्त मंत्रियों की बैठकों का स्थल रहा है।
इस हाउस में 1990 के दशक में शराब के नशे में धुत्त रूसी राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के रंगीन दौरे की मेजबानी हुई थी।
तब बिल क्लिंटन ने कहा था कि 1995 में येल्तसिन को अंडरवियर में टैक्सी बुलाते हुए देखा गया था और एक दिन बाद उन्हें भवन के बेसमेंट में घूमते हुए नशे में धुत घुसपैठिया समझ लिया गया था।
याद
ब्लेयर हाउस में ठहरते हैं नवनिर्वाचित राष्ट्रपति
इस 3 मंजिला इमारत में चुनिंदा विदेशी आगंतुकों को शानदार तरीके से ठहराया जाता है। पूर्व में यहां चार्ल्स डी गॉल, दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और जापान के सम्राट ठहर चुके हैं।
1998 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने नाम की समानता पर मजाक में कहा था कि 'ब्लेयर हाउस' में ठहरते हैं तो उन्हें 'घर जैसा' महसूस होता है।
अमेरिका का नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अपने शपथ ग्रहण से पहले कुछ दिन पारंपरिक रूप से यहां रहते हैं।
बिक्री
ब्लेयर हाउस का इतिहास
ब्लेयर हाउस को 1824 में बनाया गया। इसे 1834 में वाशिंगटन ग्लोब समाचार पत्र के प्रधान संपादक और राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन के करीबी सलाहकार फ्रांसिस प्रेस्टन ब्लेयर ने खरीदा था।
उन्होंने इसका उपयोग शहर के अभिजात वर्ग के लिए एक सैलून के रूप में किया।
वर्ष 1942 में, अमेरिकी सरकार ने राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट के आग्रह पर ब्लेयर हाउस खरीदा। उस समय द्वितीय विश्व युद्ध में कूटनीति की आवश्यकता बढ़ी थी।
तब राष्ट्रपति के अतिथि व्हाइट हाउस में ठहरते थे।
जानकारी
ब्लेयर हाउस में हुआ था राष्ट्रपति पर हमला
अमेरिका में राष्ट्रपति कैनेडी की हत्या से 13 साल पहले नवंबर 1950 में ब्लेयर हाउस के बाहर राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन पर 2 प्यूर्टो रिकान राष्ट्रवादियों ने गोलीबारी की थी। तब घायल अधिकारी लेस्ली कॉफ़ेल्ट ने हमलावरों में एक को गोली मारकर समाप्त कर दिया था।
ट्विटर पोस्ट
अमेरिका का मौसम
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi will be in Washington, DC in the US on February 12-13 and have a meeting with US President Donald Trump.
— ANI (@ANI) February 11, 2025
Visuals from the White House and Blair House in Washington, DC. pic.twitter.com/y4CzW9uAka