मुंबई बोट हादसा: बोट के स्टीयरिंग में थी खराबी, चालक दल को पहले से था पता
मुंबई में पिछले दिनों भारतीय नौसेना की बोट और यात्री नाव में हुई टक्कर के मामले में नई जानकारी सामने आई है। NDTV के मुताबिक, नौसेना से जुड़े लोगों ने बताया कि हादसे का बड़ा कारण स्टीयरिंग असेंबली और थ्रॉटल क्वाड्रेंट में तकनीकी खराबी है, जो बोट की गति को नियंत्रित करती है। नौसेना की बोट पर सवार जीवित बचे व्यक्ति ने बताया कि टक्कर होने के समय चालक दल को तकनीकी खराबी के बारे में पता था।
तेज गति से जा रही बोट मुड़ने में रही थी असमर्थ
रिपोर्ट के मुताबिक, बोट को नौसेना में शामिल किए जाने से पहले परीक्षण किया जा रहा था। परीक्षण के दौरान बोट तेज गति में थी। उसने बचने का प्रयास किया, लेकिन मुड़ने में असमर्थ रही, जिससे वह यात्री नौका से टकरा गई। कोलाबा पुलिस स्टेशन में मामले में नौसेना जहाज के चालक के खिलाफ लापरवाही, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालना और नेविगेशन संबंधित लापरवाही का मामला दर्ज किया है। नौसेना का जहाज फिलहाल नौसेना अधिकारियों की हिरासत में है।
हादसे में 15 की हुई थी मौत
18 दिसंबर को 100 से ज्यादा यात्रियों को नीलकमल नाम की नौका गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप ले जा रही थी। तभी तेज गति से आ रही नौसेना की बोट नौका से टकरा गई। घटना के बाद नौका अरब सागर में डूब गई, जिससे 15 यात्रियों की मौत हो गई। मृतकों में 3 नौसेना के कर्मचारी भी शामिल हैं। नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और स्थानीय नाविकों ने अन्य यात्रियों को किसी तरह बचाया। हादसे का वीडियो भी आया था।