महाराष्ट्र में कल होगी भाजपा विधायक दल की बैठक, मुख्यमंत्री के नाम पर लगेगी मुहर
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लेकर चल रहा असमंजस बुधवार को समाप्त हो सकता है। यह निर्णय बुधवार (4 दिसंबर) को विधान भवन में बुलाई गई भाजपा विधायक दल की बैठक में होगा। बैठक में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी शामिल रहेंगे। बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी, जिसकी जानकारी हाईकमान को देने के बाद आधिकारिक घोषणा होगी।
भाजपा से ही बनेगा मुख्यमंत्री- रूपाणी
विजय रुपाणी ने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, ऐसे में लगता है कि भाजपा से ही कोई मुख्यमंत्री बनेगा। रूपाणी ने कहा कि एकनाथ शिंदे पहले ही कह चुके हैं कि अगर भाजपा से कोई मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। बता दें कि मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए 5 दिसंबर की तारीख तय की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। हालांकि, अभी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं है।
तबीयत बिगड़ने ने अटकी शिंदे की बैठक
भाजपा के विधायक दल की बैठक से पहले महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को दोपहर 2 बजे सरकारी आवास 'वर्षा' पर बैठक बुलाई थी। बैठक में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार शामिल भी शामिल होने वाले थे, जिसमें मंत्रालयों के बंटवारे पर फैसला लिया जाना था। हालांकि, बैठक से पहले शिंदे की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ऐसे में यह बैठक नहीं हो पाई है।
फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की संभावना- रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, फडणवीस के दोबारा से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। इसके अलावा शिंदे और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह के बाद महायुति सहयोगियों के बीच मंत्रिमंडल में पदों का बंटवारा किया जाएगा। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि भाजपा को 21-22 मंत्रालय मिल सकते हैं, जिनमें गृह और राजस्व जैसे महत्वपूर्ण विभाग भी शामिल हैं। इसी तरह पार्टी विधानसभा अध्यक्ष भी अपना ही रख सकती है।
शिवसेना की 16 नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह देने की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, शिंदे गुट की शिवसेना ने 16 मंत्रालय मांगे हैं, लेकिन शहरी विकास सहित 12 पर सहमति बनने की संभावना नजर आ रही है। शिवसेना के पास पहले से ही उपसभापति का पद है, लेकिन उसकी नजर विधान परिषद के सभापति पद पर भी है। इस बीच, अजित पवार गुट वाली NCP को वित्त और उपसभापति सहित 9-10 मंत्रालय मिलने की उम्मीद है। हालांकि, अंतिम फैसला भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद ही होगा।