कोरोना वायरस: भारतीय कंपनी MSN ग्रुप ने लॉन्च की सबसे सस्ती दवा, 33 रुपये होगी कीमत
क्या है खबर?
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच हैदराबाद की जेनरिक फार्मा कंपनी MSN ग्रुप राहत की खबर लेकर आई है।
कोरोना वायरस के उपचार में काम आ रही दवाइयों की बढ़ती मांग और उनके ऊंचे दामों को देखते हुए कंपनी ने सबसे सस्ती दवा 'फेविलो' बाजार में उतार दी है।
इसमें फेविपिराविर ड्रग का डोज है। 200mg फेविपिराविर की एक गोली की कीमत 33 रुपये होगी। इससे लोग इसे आसानी से खरीद सकेंगे।
दावा
कंपनी ने किया सबसे किफायती दवा होने का दावा
दैनिक भास्कर के अनुसार MSN ग्रुप के मुख्य प्रबंधक निदेशक (CMD) डॉ एमएसएन रेड्डी ने फेविलो के कोरोना की सबसे प्रभावी और सस्ती दवा होने का दावा किया है।
उन्होंने कहा, "हमारी कंपनी दवाइयों की क्वालिटी का ध्यान रखने के साथ उसकी लोगों तक आसान पहुंच बनाने में विश्वास रखती है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया भी फेविपिराविर को मंजूरी दे चुका है। इससे हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।"
जानकारी
अब तक इन्फ्लुएंजा में किया जाता था फेविपिराविर का उपयोग
बता दें कि जापानी कंपनी फुजीफिल्म होल्डिंग कॉर्प फेविपिराविर ड्रग का बड़े स्तर पर उत्पादन करती है। जापानी कंपनी इसे 'एविगन' के नाम से बाजार में बेचती है। साल 2014 से इसका उपयोग इन्फ्लुएंजा रोग के इलाज में किया जा रहा है।
सफलता
एंटीवायरल ड्रग ऑसेल्टामिविर भी लॉन्च कर चुकी है MSN
बता दें कि MSN ग्रुप इससे पहले कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए एंटीवायरल ड्रग ऑसेल्टामिविर को 'ऑस्लो' नाम से लॉन्च कर चुका है। यह 75mg की गोली है।
कंपनी के मुताबिक वह जल्द ही फेविपिराविर की 400mg गोली भी लॉन्च करेगी। उससे कोरोना संक्रमितों को और जल्दी राहत मिलेगी।
इस समय कंपनी का पूरा फोकस कोरोना के इलाज में काम आने वाली सस्ती से सस्ती दवाइयां बाजार में उतराने पर है।
अन्य कंपनियां
अन्य कंपनियों ने भी बाजार में उतार रखी है सस्ती दवाइयां
MSN ग्रुप की ओर से 33 रुपये कीमत की 'फेविलो' लॉन्च करने से पहले अन्य कंपनियां भी सस्ती दवाइयां बाजार में उतार चुकी हैं।
इनमें जेनवर्क्ट फार्मा की 39 रुपये प्रति गोली वाली 'फेविवेंट', ग्लेनमार्क फार्मा की 75 रुपये प्रति गोली वाली 'फेबिफ्लू', सिप्ला की 68 रुपये प्रति गोली वाली 'सिप्लेंजा', हेट्रो लैब की 59 रुपये प्रति गोली वाली 'फेविविर' और ब्रिंटन फार्मा ने 59 रुपये प्रति गोली कीमत की 'फेविटन' प्रमुख है।
तैयारी
अधिक क्षमता वाली फैबीफ्लू लॉन्च करेगी ग्लेनमार्क
ड्रग कंपनी ग्लेनमार्क फेविपिराविर के ब्रांड 'फैबीफ्लू' को 400mg डोज में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
कंपनी के मुताबिक, इससे कोरोना मरीजों को पूरी डोज लेने के लिए अधिक गोलियां नहीं खानी पड़ेगी और उन्हें जल्द राहत भी मिल सकेगी।
फैबीफ्लू का इस्तेमाल कोरोना संक्रमण के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों का इलाज करने में किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक इस गोली की कीमत भी 75 रुपए होगी।
जाइडस कैडिला
जाइडस कैडिला ने लॉन्च किया रेमडेसिवीर का सबसे सस्ता जेनेरिक वर्जन
इससे पहले फार्मा कंपनी जाइडस कैडिला ने गुरुवार को कोरोना वायरस मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एंटीवायरल दवा रेमडेसिवीर का सबसे सस्ता जेनेरिक वर्जन लॉन्च किया है।
इसकी 100mg की शीशी की कीमत 2,800 रुपये रखी गई है। इसे सरकारी और निजी अस्पतालों को रेमडेक (Remdac) ब्रांड के तहत बेचा जाएगा।
हेटेरो, सिप्ला, मायलन NV और जुबिलैंट लाइफ साइसेंस के बाद एंटीवायरल दवा का निर्माण कर भारत में बेचने वाली जाइडस पांचवी कंपनी है।
कामयाबी
ट्रायल में असरदार साबित हुई थी रेमडेसिवीर
अमेरिकी कंपनी 'गिलियाड' की दवा रेमडेसिवीर को सबसे पहले इबोला के लिए बनाया गया था, लेकिन ये उसके इलाज में प्रभावी साबित नहीं हुई। कोरोना वायरस महामारी शुरू होने पर इसे COVID-19 के इलाज में आजमाया गया और ये असरदार साबित हुई।
अमेरिका में हुए एक ट्रायल में रेमडेसिवीर लेने वाले कोरोना के मरीज आम मरीजों की तुलना में 15 की बजाय 11 दिन में ठीक हो गए। ये कोरोना के मामले में असरदार साबित होने वाली पहली दवा है।