उत्तर प्रदेश: आसमान में "रोशनी की ट्रेन" देखकर हैरान हुए लोग, चंद मिनट बाद हुई गायब
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 12 सितंबर यानि सोमवार की रात को आसमान में रोशनी की एक चमकदार लाइन देखी गई। लाइन देखकर ऐसा लगा कि जैसे कोई रोशनी से भरपूर ट्रेन आसमान से गुजर रही है। लोग इस नजारे को देखकर पहले तो घबरा गए, फिर इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैप्चर करने लगे। किसी ने इसे उड़नतश्तरी बताया तो किसी ने एलियन। आइए आपको इस घटना के बारे में विस्तार से बताते हैं।
10-15 मिनट बाद आसमान में खुद गायब हो गई लाइन
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, औरैया, कन्नौज, हरदोई, इटावा, सीतापुर और लखीमपुर खीरी में लोगों ने रोशनी की इस चमकदार "ट्रेन" को रात करीब 07:30 बजे आसमान में देखा। तकरीबन 10 से 15 मिनट के बाद ये लाइन आसमान से गायब हो गई।
रोशनी की लाइन देख दीपक जलाकर पूजा करने लगे लोग
सोशल मीडिया पर इस दृश्य की तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं। एक यूजर ने कहा, 'सामान्य गति से चलती ट्रेन जैसा दृश्य आसमान में दिख रहा है। मैं हैरान हूं। ये कोई उड़नतश्तरी या एलियन तो नहीं।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'आज शाम मैंने एक चमकदार ट्रेन आसमान में यात्रा करती देखी जिसके बोगियों की खिड़कियों से रोशनी चमक रही थी।' कई लोगों ने तो अपनी छतों पर दीपक जलाकर पूजा करना भी शुरू कर दिया था।
आखिर क्या थी ये "रोशनी की ट्रेन"?
असल में रोशनी की ये लाइन कुछ और नहीं बल्कि स्टारलिंक सैटेलाइट्स थे। अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेस-X ने रविवार को ये सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भेजे थे और ये सोमवार को भारत के आसमान से गुजरे। एलन मस्क इन सैटेलाइट्स को हर दूसरे महीने अपने फाल्कन-9 रॉकेट से अंतरिक्ष में छोड़ते हैं। दरअसल, स्टारलिंक की योजना 32 देशों में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी देने की है, जो सीधे सैटेलाइट्स की मदद से दी जाएगी।
फाल्कन-9 रॉकेट कैसे काम करता है?
फाल्कन-9 रॉकेट में दो हिस्से होते हैं। पहला हिस्सा लॉन्चिंग के करीब 9 महीने बाद धरती पर वापस लौट आता है। वहीं, दूसरा हिस्सा स्टारलिंक सैटेलाइट को धरती की निचली कक्षा में स्थापित करने के कुछ समय बाद धरती पर वापस क्रैश लैंडिंग करता है।
पिछले साल पंजाब और जम्मू में भी दिखा था स्टारलिंक सैटेलाइट
इससे पहले पिछले साल दिसंबर में पंजाब के अमृतसर और पठानकोट और जम्मू में भी स्टारलिंक सैटेलाइट्स को देखा गया था, जिसके बाद लोग घबरा गए थे। तब सुरक्षा एजेंसियां ने पता लगाया कि भारत के अलावा अन्य देशों में भी रोशनी की ये लाइन देखी गई थी। जम्मू जोन के ADG पुलिस मुकेश सिंह ने बताया था कि यह स्टारलिंक सैटेलाइट है, जो भारत के ऊपर से गुजरा और इसे अन्य देशों में भी देखा गया।
न्यूजबाइट्स प्लस
एलन मस्क को 'रियल-लाइफ टोनी स्टार्क' कहा जाता है और अपनी कंपनियों के साथ वे मानव सभ्यता को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं। उनकी न्यूरालिंक कंपनी इंसानी दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने पर रिसर्च कर रही है, वहीं हाइपरलूप के साथ मस्क पॉड आधारित ट्रांसपोर्ट सिस्टम तैयार कर रहे हैं। पिछले महीने 36 घंटे के अंदर स्पेस-X की ओर से तीन सफल रॉकेट लॉन्च किए गए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।