
क्या केशव प्रसाद मौर्य होंगे उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष? ट्वीट से बढ़ीं अटकलें
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट ने भाजपा की राज्य इकाई के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चल रही अटकलबाजी को बढ़ा दिया है।
रविवार शाम को किए गए एक लाइन के अपने इस ट्वीट में मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा होता है।
इसे इस बात का संकेत माना जा रहा है कि मौर्य उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष हो सकते हैं।
पद
जुलाई अंत से खाली है उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष पद
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ समय से भाजपा अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है। राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जुलाई के अंत में इस पद से इस्तीफा दिया था और तभी से ये पद खाली है।
भाजपा जल्द ही इस अहम पद पर नियुक्ति कर सकती है और रेस में कई नाम चल रहे हैं। अब मौर्य के ट्वीट के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी उन्हें यह अहम जिम्मेदारी दे सकती है।
बयान
भाजपा ने ट्वीट पर क्या कहा?
इन अटकलों पर एक भाजपा पदाधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI से कहा, "केशव प्रसाद मौर्य हमेशा कहते आए हैं कि पार्टी कार्यकर्ता खुद को उपमुख्यमंत्री से कम न समझें और अधिकारियों को ये समझना चाहिए। उन्होंने गाजियाबाद में यही बात बोली और ट्वीट भी किया।"
अहमियत
2024 लोकसभा चुनाव के नजरिए से बेहद अहम है उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख का पद
बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव के नजरिए से उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख का पद बेहद अहम है और अगर पद पर मौर्य की नियुक्ति होती है तो उनके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी आ जाएगी।
मौर्य पहले भी उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख रह चुके हैं और 2017 राज्य विधानसभा चुनाव पार्टी ने उनके नेतृत्व में ही लड़ा था।
हाल ही में उन्हें स्वतंत्र देव सिंह के स्थान पर विधान परिषद में भाजपा का नेता भी नियुक्त किया गया है।
हार
विधानसभा चुनाव में अपनी सीट हार गए थे मौर्य
OBC समुदाय के प्रभावशाली नेता मौर्य को इसी साल फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में कौशांबी की सिराथू सीट से हार का सामना करना पड़ा था।
समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रत्याशी डॉ पल्लवी पटेल ने उन्हें करीबी मुकाबले में 7,337 वोटों से मात दी थी।
हालांकि हार के बावजूद शीर्ष नेतृत्व ने मौर्य पर भरोसा जताया और उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाकर फिर से उपमुख्यमंत्री का पद दिया। वह 2017 से ही इस पद पर बने हुए हैं।
राजनीतिक सफर
कैसा रहा है मौर्य का राजनीतिक सफर?
केशव प्रसाद मौर्य कम उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) आदि से जु़ड़े हुए हैं। वह राम जन्मभूमि आंदोलन में भी शामिल हुए थे।
मौर्य ने 2002 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वह 2007 विधानसभा चुनाव भी हार गए, लेकिन 2012 विधानसभा चुनाव में सिराथू से जीत दर्ज की।
2014 लोकसभा चुनाव में वह फूलपुर सीट से सांसद भी चुने गए।