कोयला उद्योग में 2035 तक जाएंगी 4 लाख से ज्यादा नौकरियां, भारत में दिखेगा असर- रिपोर्ट
क्या है खबर?
आने वाले दिनों में कोयला उद्योग में वैश्विक स्तर पर नौकरियों का संकट दिखेगा। वर्ष 2035 तक कोयला उद्योग में करीब 4 लाख से अधिक नौकरियां जाएंगी, जो 100 नौकरियां रोजाना जाने के बराबर है।
अमेरिका की ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर संस्था की रिपोर्ट में ये बात कही गई है। संस्था वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य का विश्लेषण करती है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि नौकरी जाने का सबसे ज्यादा असर चीन और भारत में दिखाई देगा।
कारण
नौकरी जाने का क्या है कारण?
रिपोर्ट में इतने बड़े स्तर पर नौकरी जाने के लिए कई कारणों को जिम्मेदार बताया गया है। इनमें सस्ती पवन ऊर्जा के साथ सौर ऊर्जा की ओर लोगों और बाजार का बढ़ता झुकाव और जलवायु परिवर्तन को रोकने कि लिए बनाई जा रही नीतियों को कारण बताया गया है।
साथ ही कोयला से बिजली बनाने के खिलाफ आवाज भी उठ रही है।
बता दें कि दुनियाभर में संचालित 4,300 कोयला खदानों से 90 प्रतिशत कोयला निकाला जा रहा है।
संकट
चीन और भारत में कितना पड़ेगा असर?
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और भारत में कोयला उद्योग की नौकरियों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। चीन के शाक्शी प्रांत में सबसे अधिक नौकरियां जा सकती हैं।
रिपोर्ट की माने तो शाक्शी में 2050 तक करीब 2,41,000 नौकरियां खत्म होंगी। भारत के कोल इंडिया में कोयला खनन से जुड़े करीब 73,800 कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा है।
बता दें कि अकेले एशियाई देशों में कोयला उद्योग में 22 लाख से ज्यादा नौकरियां हैं।