मुंबई: मास्क न पहनने वालों से 30.5 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल कर चुका है BMC
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) कोरोना वायरस से बचाव संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के लिए मार्च, 2020 से अब तक 30.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना वसूल कर चुका है। अपने बयान में इसकी जानकारी देते हुए BMC ने बताया कि अब तक 15 लाख से अधिक लोगों पर मास्क न पहनने के लिए जुर्माना लगाया जा चुका है। यह जुर्माना मुंबई पुलिस और केंद्रीय और पश्चिमी रेलवे समेत कई एजेंसियों द्वारा वसूला गया है।
रोजाना वसूले जा रहे औसतन 25 लाख रुपये
BMC द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, हालिया सख्ती के बाद उल्लंघनकर्ताओं की संख्या और जुर्माने की राशि में वृद्धि हुई है और अभी रोजाना औसतन 13,000 लोगों पर मास्क न पहनने के लिए 25 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को 14,600 लोगों से लगभग 29 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। इससे पहले एजेंसी ने वीकेंड पर उल्लंघनकर्ताओं से लगभग 60 लाख रुपये का जुर्माना वसूला।
मामले बढ़ने के बाद मुंबई में बढ़ाई गई है सख्ती
गौरतलब है कि हालिया समय में मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमण के दैनिक मामलों में उछाल देखने को मिला है और इसी कारण नियमों के पालन को लेकर सख्ती अपनाई जा रही है। ताजा गाइडलाइंस के अनुसार, सभी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और इसका उल्लंघन करने पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है। इसके अलावा मैरिज हॉल, क्लब्स और रेस्टोरेंट्स आदि पर भी छापा मारा जा रहा है।
उल्लंघनकर्ताओं को पकड़ने के लिए लोकल ट्रेनों में तैनात किए गए मार्शल
लोकल ट्रेनों में नियमों के प्रति सबसे अधिक लापरवाही देखी गई है और इसलिए मास्क न पहनने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए ट्रेनों में 300 मार्शल तैनात किए गए हैं। ये मार्शल बिना मास्क पहने यात्रा कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं और उन्हें प्रतिदिन 25,000 उल्लंघनकर्ताओं को पकड़ने का लक्ष्य दिया गया है। इन्हीं कारणों से हालिया समय में उल्लंघनकर्ताओं और जुर्माने की राशि में वृद्धि देखने को मिली है।
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
बता दें कि मुंबई के साथ-साथ पूरे महाराष्ट्र में बीते लगभग दो हफ्ते से कोरोना वायस के दैनिक मामलों में वृद्धि हो रही है और बीते सात दिनों में यहां 40,000 से अधिक नए मामले सामने आए चुके हैं। मामलों में कितनी वृद्धि देखने को मिली है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक हफ्ते पहले यहां रोजाना 3,000 के आसपास नए मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अभी यह आंकड़ा 6,000 से ऊपर है।
इन जिलों को माना जा रहा उछाल के लिए जिम्मेदार, लगाई गई पाबंदियां
मामलों में आई इस वृद्धि के लिए मुंबई के साथ-साथ पुणे, यवतमाल और अमरावती जैसे जिलों में आए उछाल को जिम्मेदार माना जा रहा है। मामलों को काबू में करने के लिए इन जिलों में भी सख्त नियम लागू किए गए हैं और यवतमाल और अमरावती में तो 1 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसी तरह पुणे में स्कूल-कॉलेजों को 28 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।