अब तेलंगाना में कोरोना वैक्सीनेशन के 24 घंटे के अंदर स्वास्थ्यकर्मी की मौत, कुल तीसरा मामला
क्या है खबर?
तेलंगाना के निर्मल जिले में कोरोना वायरस की वैक्सीन लगने के 24 घंटे के अंदर एक स्वास्थ्यकर्मी की मौत का मामला सामने आया है। मृतक ने मौत से पहले छाती में दर्द की शिकायत की थी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बयान जारी कर शुरूआती जांच में मौत और वैक्सीनेशन में कोई संबध न मिलने की बात कही है। अधिक जानकारी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
मामला
108 एंबुलेंस सेवा में काम करता था मृतक, मंगलवार को लगी थी वैक्सीन
तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग के बयान और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 108 एंबुलेंस सेवा में काम करने वाले 42 वर्षीय विट्ठल राव को निर्मल जिले के कुंटाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार सुबह करीब 11:30 बजे कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई थी।
हालांकि बुधवार सुबह 2:30 बजे अचानक से उनकी तबीयत खराब हो गई और उन्होंने छाती में दर्द की शिकायत की। उन्हें सुबह करीब 5:30 बजे अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
बयान
स्वास्थ्य विभाग ने कहा- मौत और वैक्सीनेशन का कोई संबंध नहीं
स्वास्थ्य विभाग ने अपने बयान में कहा है कि शुरूआत जांच से लगता है कि मौत और वैक्सीनेशन का कोई संबंध नहीं है।
बयान के अनुसार, मौत के असल कारणों का पता लगाने के लिए तय गाइडलाइंस के तहत डॉक्टरों की एक टीम शव का पोस्टमार्टम करेगी।
जिले की वैक्सीनेशन के बाद प्रतिकूल घटना (AEFI) समिति मामले की जांच कर रही है और वह राज्य AEFI को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। राज्य AEFI अंत में केंद्रीय AEFI को ये रिपोर्ट देगी।
अन्य मामले
वैक्सीनेशन के बाद अब तक तीन स्वास्थ्यकर्मियों की मौत
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के बाद किसी स्वास्थ्यकर्मी की मौत का ये कुल तीसरा मामला है और इससे पहले उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में भी ऐसे ही मामले सामने आ चुके हैं।
सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रविवार को महिपाल सिंह नामक एक 46 वर्षीय वार्ड बॉय की वैक्सीनेशन के 24 घंटे के अंदर मौत हुई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत होने की बात कही थी।
कर्नाटक
कर्नाटक में भी वैक्सीनेशन के दो दिन बाद हुई स्वास्थ्यकर्मी की मौत
वहीं कर्नाटक के बेल्लारी जिले में सोमवार को कोरोना वैक्सीन लगने के दो दिन बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की मौत हो गई थी। 43 वर्षीय नागाराजू को शनिवार दोपहर 1 बजे वैक्सीन लगाई गई थी और सोमवार सुबह तक वह एकदम स्वस्थ रहे।
सोमवार सुबह ड्यूटी आने के बाद लगभग 9:30 बजे उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और बेहोश हो गए। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें बड़ा हार्ट अटैक आया था।
दिक्कतें
भरोसे की कमी के कारण वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं स्वास्थ्यकर्मी
बता दें कि वैक्सीनेशन के बाद स्वास्थ्यकर्मियों की मौत के ये मामले ऐसे समय पर सामने आए हैं, जब पहले से ही वैक्सीनों पर भरोसे की कमी के कारण बेहद कम स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर वैक्सीन लगवा रहे हैं।
केंद्र सरकार इस पर निराशा भी व्यक्त कर चुकी है और उसने कहा है कि देशभर में अभी तक वैक्सीनेशन के बाद महज 0.18 प्रतिशत लोगों में प्रतिकूल असर देखने को मिले हैं जो बेहद कम हैं।
जानकारी
वैक्सीनेशन के बाद दुर्लभ ही होती हैं मौतें
बता दें कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद कुछ छोटी-मोटी प्रतिकूल घटनाएं सामने आना आम है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जरूरी नहीं कि इनका वैक्सीन के साथ कोई संपर्क हो। पहले दिन वैक्सीनेशन के बाद देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसी घटनाएं सामने आईं।
हालांकि वैक्सीन लगाए जाने के बाद मौत की घटनाएं बहुत दुर्लभ होती हैं क्योंकि विस्तृत टेस्टिंग और ट्रायल्स में सुरक्षित साबित होने के बाद ही वैक्सीनों को लोगों को लगाया जाता है।