मराठा आंदोलन: प्रदर्शनकारियों ने बंद किया मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग; 2 सांसदों और 3 विधायकों ने दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए चल रहे आंदोलन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। मराठा समुदाय के सदस्यों ने सरकारी नौकरियों और शिक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार को भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग को भी बंद कर दिया। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
प्रदर्शनकारियों ने विधायकों के घर फूंके, सरकारी दफ्तरों में की तोड़-फोड़
महाराष्ट्र में धुले से लेकर संभाजी नगर तक, बीड से लेकर हिंगोली तक और सोलापुर से लेकर नादेड़ तक भारी प्रदर्शन जारी हैं। प्रदर्शनकारियों ने मौजूदा विधायक प्रकाश सोलंकी के घर को फूंक दिया है और कई सरकारी दफ्तरों में भी आग लगा दी है। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पोस्टर पर कालिख पोत दी। पवार ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि वो मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुंबई-बेंगलुरू राजमार्ग बंद किया, ट्रेनें तक रोकीं
मराठा आरक्षण के समर्थन में मंगलवार को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग को 2 घंटे के लिए बंद कर दिया, जिससे मार्ग पर लंबा जाम लग गया। इसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा। सोलापुर में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तो ट्रेन तक रोक दी और शेतनगर में रेलवे ट्रैक पर टायर जलाकर विरोध किया। शिवबा संगठन के अध्यक्ष मनोज जारांगे पाटिल अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
2 सांसदों और 3 विधायकों ने आंदोलन के समर्थन में दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र के 2 सांसदों और 3 विधायकों ने मराठा आंदोलन के पक्ष में अपना इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को हिंगोली से शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद हेमंत पाटिल ने इस्तीफा दिया था। आज नासिक से एक और सांसद हेमंत गोडसे और वैजापुर से विधायक रमेश बोरनारे ने भी आरक्षण के समर्थन में इस्तीफा दिया। मामले में इस्तीफा देने वाले 2 अन्य विधायक परभणी से कांग्रेस के सुरेश वारपुडकर और गेवराई से भाजपा के लक्ष्मण पवार शामिल हैं।
बीड जिले में हिंसा के बाद कर्फ्यू लागू, इंटरनेट सेवा ठप
बीड में सोमवार को प्रदर्शनकारियों द्वारा राजनेताओं के घरों और सार्वजनिक स्थानों पर तोड़फोड़ के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां 40 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। बीड कलेक्टर दीपा मुधोल मुंडे ने बताया कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि हिंसा की वजह से सभी दुकानें और बाजार बंद हैं। फिलहाल यहां इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया है और पुलिस द्वारा शांति भंग करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूरे राज्य में बढ़ाई गई सुरक्षा
राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुलिस को आदेश दिया कि वो मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा को बढ़ा दें। शिंदे के आवास की सुरक्षा भी सख्त कर दी गई है। मंगलवार सुबह ही कई स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए और बिना किसी काम के यात्रा करने वालों को चेकपोस्ट पर रोका जा रहा है। आज सुरक्षा प्रतिबंधों के कारण कुछ जिलों में बस सेवा भी ठप हैं।