महाराष्ट्र: अंतरजातीय-अंतरधार्मिक विवाहों को ट्रैक करने के लिए समिति का गठन, जानें क्या होगा इसका काम
श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड को मद्देनजर रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अंतरधार्मिक और अंतरजातीय विवाहों को ट्रैक करने के लिए एक समिति का गठन किया है। राज्य के महिला और बाल विकास विभाग ने मंगलवार को इस संबंध में एक सरकारी संकल्प जारी करते हुए कहा कि इस समिति का कार्य अंतरधार्मिक और अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों की जानकारी इकट्ठा करना और अपने परिवार से अलग हुई महिलाओं को सहायता प्रदान करना होगा।
क्या होगा समिति का स्वरूप?
सरकारी संकल्प के अनुसार, इस समिति का नाम 'अंतरजातीय/अंतरधार्मिक विवाह-परिवार समन्वय समिति' होगा और इसमें सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्र के 12 सदस्य होंगे। भाजपा नेता और महिला और बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा इस समिति के अध्यक्ष होंगे। समिति जिला स्तर पर जाकर काम करेगी और अपने परिवार से अलग हुईं महिलाओं की मदद के लिए जिला-स्तरीय पहलों की निगरानी करेगी। कार्य खत्म होने के बाद समिति को भंग कर दिया जाएगा।
समिति क्या-क्या काम करेगी?
संकल्प के मुताबिक, समिति जिला अधिकारियों के साथ नियमित बैठक करेगी और सात पैमानों पर मुद्दे पर उनके कार्य की समीक्षा की जाएगी। इसमें मुख्य काम पंजीकृत और गैर-पंजीकृत अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाहों की सूचना इकट्ठा करना होगा। इनमें धार्मिक स्थल, रजिस्ट्रार ऑफिस और घर से भागकर किए गए, सभी तरह के अंतरधार्मिक और अंतरजातीय विवाह शामिल होंगे। इसके अलावा नविवाहित महिला और उसके परिजनों को संपर्क करके पूछा जाएगा कि वो एक-दूसरे के संपर्क में है या नहीं।
समिति की और क्या-क्या जिम्मेदारियां होंगी?
अगर सूचना इकट्ठा करने के दौरान पता चलता है कि नविवाहित महिला अपने परिजनों के संपर्क में नहीं है तो उसके परिजनों का पता प्राप्त करके उनसे संपर्क किया जाएगा। अगर परिजन महिला से फिर से रिश्ता कायम करने में अनिच्छा जाहिर करते हैं तो उन्हें काउंसलिंग प्रदान की जाएगी ताकि वो आपकी मतभेद भुला सकें। समिति को मुद्दे से संबंधित केंद्रीय और राज्यस्तरीय योजनाओं का विश्लेषण करके समाधान प्रदान करने की जिम्मेदारी भी दी गई है।
श्रद्धा हत्याकांड से सबक लेते हुए महाराष्ट्र सरकार ने बनाई है समिति
बता दें कि श्रद्धा हत्याकांड को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने यह समिति बनाने का फैसला लिया है। महाराष्ट्र की रहने वाली 26 वर्षीय श्रद्धा की दिल्ली में उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े करके फ्रीज में रख दिए और इन्हें रोजाना रात को जंगल में अलग-अलग जगहों पर फेंका। श्रद्धा अपने परिजनों की मर्जी के खिलाफ आफताब के साथ रह रही थी।