बारिश का कहर: कुल्लू में बादल फटने से आई बाढ़ में पांच लापता, मुंबई में भूस्खलन
क्या है खबर?
मानसूनी बारिश ने देश के कई राज्यों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, शिमला और किन्नौर बारिश ने भारी कहर बरपाया है।
कुल्लू के मणिकर्ण स्थित चोज गांव में सुबह 6 बजे बादल फटने से आई बाढ़ में पांच लोग बह गए। इसी तरह शिमला में भूस्खलन में किशोरी की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हुए हैं।
मुंबई के सायन में भी भूस्खलन की चपेट में आने से तीन लोग घायल हो गए।
हिमाचल
कुल्लू में बादल फटने से मची भारी तबाही
मणिकर्ण घाटी में बादल फटने के बाद पार्वती नदी में उफान से आई बाढ़ में एक महिला सहित पांच लोग बह गए।
इसके अलावा तीन कैंपिंग साइट, छह कैफे और चोज गांव के दर्जनों घर भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा बाढ़ में चार पुल भी बह गए।
इससे राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की टीम को मौके पर पहुंचने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। हालांकि, बाद में NDRF टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें कुल्लू में बारिश और बाढ़ का वीडियो
#WATCH | Himachal Pradesh: Flash flood hits Manikaran valley of Kullu district due to heavy rainfall, dozens of houses and camping sites damaged in Choj village: SP Kullu Gurdev Sharma pic.twitter.com/NQhq8o8JXC
— ANI (@ANI) July 6, 2022
जानकारी
व्यास नदी में कार के गिरने से दो लोग बहे
कुल्लू जिले में ही बबेली के पास व्यास नदी में एक कार के गिरने से उसमें सवार दो लोग भी बह गए। उनकी तलाश की जा रही है। हालांकि, कार चालक को आस-पास के लोगों ने बचाकर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है।
बयान
बाढ़ में बहे पांच लोग
चोज पंचायत प्रधान चुन्नीलाल ने बताया कि सुबह अचानक बादल फटने के बाद आई बाढ़ में पांच लोगों के साथ पांच गायें भी बह गई। बहने वाले लोगों में स्थानीय महिला के अलावा मंडी के सुंदरनगर निवासी रोहित, राजस्थान के पुष्कर निवासी कपिल, धर्मशाला निवासी राहुल चौधरी और अर्जुन बंजारा शामिल है।
पुलिस अधीक्षक (SP) गुरदेव शर्मा ने बताया कि राहत और बचाव टीमों को मौके पर रवाना कर दिया गया था। हालातों पर नजर रखी जा रही है।
अन्य
मलाणा परियोजना में फंसे 25 से 30 लोग
कुल्लू के ही मलाणा गांव में भारी बारिश होने के बाद मलाणा प्रोजेक्ट और भुंतर तहसील भवन को काफी नुकसान हुआ है।
बाढ़ के बाद इस भवन में 25 से 30 लोग फंस गए, जिन्हें राहत एवं बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया। उधर किन्नौर थुंगी खड्ड में भी बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है।
जगह-जगह भूस्खलन होने से कुल्लू-मनाली, शिमला-किन्नौर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-5 सहित प्रदेशभर की 140 से ज्यादा सड़कें अवरूद्ध हो गई।
जानकारी
शिमला में भूस्खलन में किशोरी की मौत
शिमला के ढली इलाके में बारिश के बाद भूस्खलन की चपेट में आने से 14 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। हादसे के समय किशोरी टैंट में सो रही थी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चेतावनी
हिमाचल में आज है भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने आज हिमाचल प्रदेश के मैदानी, कम ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 9 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है और 10 जुलाई को भी कुछ जगहों पर तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
इसको देखते हुए सरकार ने राज्य के सभी लोगों और यात्रियों को उफनते नदी-नालों के समीप और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है।
महाराष्ट्र
मुंबई में जारी है भारी बारिश का दौर
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में जारी बारिश का दौर अब भी जारी है। बारिश से कई रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए और ट्रेनों का संचालन बाधित हो रहा है।
इसी तरह 25 जगहों पर जलभराव होने से सार्वजनिक परिवहन की बसों का मार्ग बदला गया है।
इसके अलावा सायन के चूनाभट्टी में एक पहाड़ी पर हुए भूस्खलन की चपेट में आने से तीन लोग घायल हो गए। सतारा जिले में प्रतापगढ़ किले के पास भी भूस्खलन होने की खबर है।
जानकारी
भारी बारिश के कारण कोंकण क्षेत्र में NDRF की टीमें तैनात
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बचाव कार्यों के लिए NDRF की 17 टीमों को तैनात किया है। इनमें से पांच टीमें मुंबई, दो-दो रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे और कोल्हापुर तथा एक-एक टीमें पालघर, सतारा और सिंधुदुर्ग में तैनात की गई है।
उत्तराखंड-बिहार
भूस्खलन के बाद बंद हुआ बद्रीनाथ राजमार्ग
उत्तराखंड में सिरोबगढ़ के पास भारी बारिश के बाद भूस्खलन होने से बद्रीनाथ राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है।
खांकड़ा छतीखाल श्रीनगर रोड के लिए इसका वैकल्पिक मार्ग भी कथित तौर पर बंद कर दिया गया है। इसके अलावा बद्रीनाथ जाने वाला तिलवाड़ा-मयाली-घंसाली मार्ग भी बंद है।
इसी तरह बिहार के भागलपुर में भारी बारिश के बाद कोशी नदी में आए उफान से कई गांवों में पानी भर गया। प्रशासन ने गांवों को खाली कराया है।