शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान- किसी भी राष्ट्रीय पार्टी के संपर्क में नहीं
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी का समर्थन मिलने का दावा करने वाले शिवसेना के बागी नेता और राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्रीय पार्टी उनके संपर्क में नहीं है और महाराष्ट्र में कुछ समय बाद चीजें पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी हमारे खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है।
शिंदे ने गुरुवार को क्या दिया था बयान?
बता दें कि गुरुवार को शिंदे का एक वीडियो सामने आया था। उसमें उन्होंने कहा था, "हम सभी एकजुट रहेंगे, क्योंकि हमारे दर्द और खुशी अब एक हैं। एक प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी ने भी हमें अपने समर्थन का आश्वासन दिया है। उसने कहा है कि जब भी मुझे उनकी जरूरत होगी वो मौजूद रहेंगे।" शिंदे कहा था, "पार्टी एक महाशक्ति है, पाकिस्तान को सबक भी सिखाया था। उसने कहा था कि हमने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है।"
पवार ने भाजपा को बताया था प्रमुख पार्टी
शिंदे के बयान के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बागियों को समर्थन देने वाली पार्टी के रूप में कई दलों के नाम लिए थे और कहा था कि भाजपा के अलावा इसके पीछे कौन हो सकता है?
शिंदे ने बयान से लिया यू टर्न
शिंदे ने शुक्रवार को अपने बयान को बदलते हुए कहा, "कोई भी राष्ट्रीय दल उनके संपर्क में नहीं है। कल जब मैंने कहा कि एक बड़ी शक्ति हमारा समर्थन कर रही है, तो उससे मेरा मतलब बालासाहेब ठाकरे और (दिवंगत शिवसेना नेता) आनंद दीघे की शक्ति से था।" महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट खत्म होने के सवाल पर उन्होंने कहा, "कुछ समय बाद चीजें पूरी तरह स्पष्ट हो जाएंगी। सीभ को थोड़ा धैर्य रखने की आवश्यकता है।"
किसी को हमारे खिलाफ कार्रवाई का अधिकार नहीं- शिंदे
शिंदे ने फिर से शिवसेना के पास जाने के सवाल पर कहा, "शिवसेना के 55 विधायकों में से 40 मेरे साथ गुवाहाटी आए हुए हैं। लोकतंत्र में बहुमत और संख्या मायने रखती है। इसलिए किसी को भी हमारे खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है।" बता दें कि शिवसेना ने बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का मूड बना लिया है। पार्टी के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने डिप्टी स्पीकर से 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने बागियों से की असम छोड़ने की मांग
इधर, असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा ने शिंदे को एक पत्र लिखकर तत्काल असम छोड़ने के लिए कहा है। उन्होंने लिखा, 'असम इन दिनों बाढ़ से जूझ रहा है और जनता परेशान हैं। ऐसे में आप असम की भाजपा सरकार के मेहमान बनकर पांच सितारा होटल में बैठे हैं, जो आपको शोभा नहीं देता। आपकी गुवाहाटी में मौजूदगी माहौल खराब कर रही है। आपके कारण प्रदेश की बदनामी हो रही है। आप तत्काल असम को छोड़कर चले जाइए।'
संजय राउत ने दी बागियों को चुनौती
वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को सभी बागी विधायकों को नई चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें वापस लौटने का समय दिया गया था, लेकिन वह नहीं आए। अब पार्टी लड़ने को तैयार है और वह उन्हें वापस मुंबई लौटने की चुनौती देते हैं।
वर्तमान में क्या है महाराष्ट्र के हालात?
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। गुवाहाटी में बैठे बागी एकनाथ शिंदे ने 49 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। इसमें शिवसेना के 42 और सात निर्दलीय विधायक बताए जा रहे हैं। इसी तरह 37 बागियों ने राज्यपाल और डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखकर शिंदे को अपना नेता बताया है। बता दें यदि शिंदे 37 विधायकों के साथ दूसरी पार्टी में जाते हैं तो उन पर दल बदल कानून लागू नहीं होगा।