मणिपुर: उग्रवादियों के मारे जाने के बाद तनाव, केंद्र ने CAPF की 20 और कंपनियां भेजी
मणिपुर में नए सिरे से हिंसा भड़कने के बाद केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 20 अतिरिक्त कंपनियों को राज्य में तैनात किया है। इनमें करीब 2,000 जवान हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने 12 नवंबर की रात इन जवानों को तत्काल हवाई मार्ग से भेजने और तैनात करने का आदेश जारी किया है। बता दें कि ताजा हिंसा सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में 10 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद शुरू हुई है।
राज्य में अब CAPF की 203 कंपनियां तैनात
केंद्र ने जिन 20 कंपनियों को तैनात किया है, उनमें से 15 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और 5 सीमा सुरक्षा बल (BSF) की हैं। सूत्रों के अनुसार, ये सभी कंपनियां गृह मंत्रालय के आदेशानुसार 30 नवंबर तक राज्य में तैनात रहेंगी, लेकिन हालात देखते हुए इनकी तैनाती बढ़ाए जाने की उम्मीद है। राज्य में पिछले साल मई में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से CAPF की 198 कंपनियां पहले से ही यहां तैनात हैं।
13 संगठनों ने बुलाया बंद
हिंसा के बाद 13 संगठनों ने 24 घंटे के बंद का आह्वान किया है। 12 नवंबर की शाम 6 बजे से 24 घंटे के बंद के दौरान आज मणिपुर में ज्यादातर जगहों पर सन्नाटा पसरा रहा। मणिपुर का सबसे बड़ा व्यावसायिक केंद्र ख्वाइरामबंद बाजार भी इस दौरान बंद रहा। स्कूल, कॉलेज और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों के साथ राजधानी इंफाल की सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहा। संगठनों ने राज्य सरकार पर निष्क्रिय रहने के आरोप लगाए।
मुठभेड़ के बाद 3 महिलाएं और 3 बच्चे लापता
मुठभेड़ के बाद मैतेई समुदाय के कम से कम 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इनमें 2 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा जकुरधोर इलाके में 2 लोगों के अधजले शव भी बरामद हुए हैं। दोनों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों का अपहरण कर लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि वो लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
मुठभेड़ में मारे गए थे 10 उग्रवादी
11 नवंबर को जिरिबाम जिले के जकुराडोर करोंग इलाके में बोरोबेकेरा पुलिस स्टेशन और CRPF चौकी पर कुकी उग्रवादियों ने दोपहर करीब 2.30 से 3 बजे के बीच हमला कर दिया था। इसके बाद जवाबी फायरिंग में सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया था और एक जवान भी घायल हुआ था। अधिकारियों के मुताबिक, उग्रवादी सैनिकों जैसी वर्दी पहने थे। इनके पास से AK राइफल समेत कई आधुनिक हथियार बरामद किए गए थे।
हिंसा में 237 लोगों की मौत
मणिपुर में हिंसा की शुरुआत 3 मई, 2023 को हुई थी। आदिवासी समुदाय कुकी ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने के खिलाफ मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। मणिपुर हिंसा में अब तक 237 मौतें हुई हैं, 1,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, 60,000 लोगों को घर छोड़ना पड़ा है, 11,000 FIR दर्ज की गईं और 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।