मुंबई: प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार करने वाले परमबीर सिंह ने संभाली नए पुलिस कमिश्नर की कमान
मालेगांव ब्लास्ट की जांच के दौरान वर्तमान में भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार करने के बाद चर्चा में आए 1988 बैच के IPS अधिकारी परमबीर सिंह ने शनिवार को मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर की कमान संभाल ली है। सरकार ने उन्हें शनिवार को रिटायर हुए पुलिस कमिश्नर की संंजय बर्वे की जगह लगाया गया है। परमबीर को 'अंडरवर्ल्ड स्पेशलिस्ट' के तौर पर भी माना जाता है और उनकी छवि तेज तर्रार पुलिस अधिकरी की है।
स्ट्रीट क्राइम पर लगाम और महिला सुरक्षा रहेगी पहली प्राथमिकता- परमबीर सिंह
शनिवार शाम को कमिश्नर का पदभार संभालने के बाद परमबीर सिंह ने कहा कि इस कुर्सी पर कई महान लोग बैठ चुके हैं। इस पर बैठने का मौका मिलने से वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं। वह शहर में बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास करेंगे। स्ट्रीट क्राइम पर लगाम, महिलाओं की सुरक्षा और अंडरवर्ल्ड अपराधों पर अंकुश लगाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लान तैयार करेंगे।
मुंबई में कई पदों पर कर चुके हैं काम
बता दें कि मुंबई का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किए जाने से पहले परमबीर भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक के तौर पर तैनात थे। वह राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के अलावा मुंबई के कई क्षेत्रों के DCP और पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं।
ओबेरॉय होटल में घुसे आतंकियों से लिया था लोहा
परमबीर इससे पहले आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) के पुलिस उप महानिरीक्षक के पद पर भी काम कर चुके हैं। सिंह का सर्विस रिकाॅर्ड बेहतरीन रहा है। ATS में रहते हुए उन्होंने 26/11 आतंकी हमले के दौरान ओबेरॉय होटल में घुसे आतंकियों के खिलाफ दो दिन मोर्चा संभाला था। इसी प्रकार उन्होंने ठाणे में तैनाती के दौरान अतंरराष्ट्रीय तस्करों के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया था। इससे विभाग में उनकी छवि और मजबूत हुई थी।
काम के दम पर बनाई 'अंडरवर्ल्ड स्पेशलिस्ट' की छवि
परमबीर ने अपने काम के दम पर 'अंडरवर्ल्ड स्पेशलिस्ट' की छवि बना रखी है। उन्हें अंडरवर्ल्ड नेटवर्क की पूरी जानकारी है। 1993 के सीरियल बम ब्लास्ट के एक आरोपी को भी उन्होंने ही पकड़ा था। इसके अलावा ठाणे पुलिस कमिश्नर रहने के दौरान उन्होंने ड्रग्स रैकिट केस में बॉलीवुड ऐक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को आरोपी बनाया। इसी मामले में उन्होंने चंडीगढ़ के डीआईजी शाजी मोहन को भी गिरफ्तार किया था। उन्होंने अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई ऑपरेशन किए हैं।
इकबाल कासकर को पकड़ने में निभाई अहम भूमिका
ठाणे पुलिस कमिश्नर रहने के दौरान सितंबर 2017 में उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम के भाई इकबाल कासकर की गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई थी। इकबाल को बिल्डर से उगाही की धमकी के आरोप में ठाणे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। 2018 में पुणे पुलिस द्वारा भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए जिम्मेदार यलगार परिषद केस में देशभर में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को पकड़ा था। विरोध के बाद उन्होंने कई सबूत दिखाकर पुलिस का बचाव किया था।
मुंबई कमिश्नर की कुर्सी के लिए इनसे था मुकाबला
मुंबई के पुलिस कमिश्नर की रेस में परमबीर सिंह के अलावा रश्मि शुक्ला, साल 1987 बैच के IPS अधिकारी बिपिन बिहारी, सुरेंद्र पांडे, के कनाकरातन्म, हेमंत नगराले का भी नाम था। हालांकि, उनके काम और कर्तव्यनिष्ठा के चलते उन्हें ही इस पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। इसके बाद शनिवार को सरकार ने इस पर मुहर लगा दी। राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित बिपिन बिहारी को ACB के अतिरिक्त महानिदेशक का भी प्रभार सौंपा गया है।