महाराष्ट्र: तीसरी लहर के दौरान 8 लाख सक्रिय मामलों का अनुमान, तैयारियों में जुटी सरकार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान सक्रिय मामले 12 लाख तक पहुंचने की तैयारी कर रहा है।
केंद्र सरकार ने सक्रिय मामले आठ लाख तक पहुंचने का अनुमान लगाया है और राज्य सरकार इसके डेढ़ गुना अधिक के लिए तैयारी कर रही है। ऑक्सीजन प्लांट और दवाओं पर विशेष तौर पर जोर दिया जा रहा है।
हालांकि तीसरी लहर की भीषणता को लेकर विशेषज्ञ एकमत नहीं हैं।
रिपोर्ट
कैसे मिला 12 लाख सक्रिय मामलों का आंकड़ा?
केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में इस साल 25 अप्रैल को 6,98,354 सक्रिय मामलों पर दूसरी लहर पीक हुई थी, हालांकि विभिन्न जिलों में अलग-अलग समय पर पीक आई।
इन्हें मिलाकर अधिकारियों ने आठ लाख पर तीसरी लहर की पीक आने का अनुमान लगाया है और इसके डेढ़ गुना यानि 12 लाख के हिसाब से तैयारी की जा रही हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख एन रामास्वामी ने हिंदुस्तान टाइम्स को ये जानकारी दी।
तैयारियां
तीसरी लहर के लिए क्या तैयारी कर रही राज्य सरकार?
तीसरी लहर के लिए तैयारियों की बात करें तो राज्य में 513 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं जिनमें से 68 PM केयर्स फंड से बने हैं।
हर जिले के लिए 70:20:10 ऑक्सीजन फॉर्मूला तय किया गया है। इसके तहत 70 प्रतिशत ऑक्सीजन जरूरतें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) टैंक, 20 प्रतिशत जरूरतें ऑक्सीजन प्लांट्स और 10 प्रतिशत जरूरतें सिलेंडर्स आदि से पूरी की जाएंगी।
राज्य सरकार ने रेमडेसिवीर और टोसिलिजुमैब समेत आठ अहम दवाओं के ऑर्डर भी दे दिए हैं।
सलाह
मुंबई और पुणे को सतर्क रहने को कहा गया
इसके अलावा मुंबई और पुणे जैसे बेहद प्रभावित शहरों को सतर्क रहने और वैक्सीनेशन पर ध्यान देने को कहा गया है। उन्हें कोविड संबंधी व्यवहार का सख्ती से पालन करने की सलाह भी दी गई है।
अधिकारियों की मानें तो मुंबई में तीसरी लहर के दौरान सक्रिय मामले 1.36 लाख तक पहुंच सकते हैं। शहर में 11 अप्रैल को 91,000 से अधिक मामलों के साथ दूसरी लहर पीक हुई थी।
विशेषज्ञों की राय
तीसरी लहर कैसी होगी, इस पर बंटे हैं विशेषज्ञ
महाराष्ट्र में तीसरी लहर के भी भीषण होने के सरकार के अनुमान पर विशेषज्ञ बंटे हुए हैं। वायरोलॉजिस्ट डॉ जी जैकब जॉन के अनुसार, महाराष्ट्र का बुरा वक्त समाप्त हो चुका है और तीसरी लहर आने की संभावना न के बराबर है।
वहीं लीलावती अस्पताल के फिजिशियन डॉ जलील पार्कर ने कहा कि वैक्सीनेशन और नियमों के पालन के साथ तीसरी लहर को हल्का किया जा सकता है और इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर अधिक जोर नहीं पड़ेगा।
बयान
वायरस के म्यूटेट होने पर बदल सकती है तस्वीर- डॉ पार्कर
हालांकि डॉ पार्कर ने वायरस के म्यूटेट करने पर स्थिति खराब होने की आशंका भी जताई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स ने नए वेरिएंट के गैर-संक्रमित और गैर-वैक्सीनेटेड लोगों पर हमले के कारण तीसरी लहर के भीषण होने का अनुमान लगाया है।
मौजूदा स्थिति
महाराष्ट्र में अभी क्या है कोरोना महामारी की स्थिति?
महाराष्ट्र में अभी कोरोना वायरस महामारी काबू में है और कई हफ्तों से रोजाना 5,000 से कम नए मामले सामने आ रहे हैं। बीते दिन राज्य में महज 661 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 10 मरीजों की मौत हुई।
राज्य में अभी तक कुल 66,16,762 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 1,40,372 लोगों की मौत हुई है।
दूसरी लहर के चरम के समय राज्य में एक समय 68,000 दैनिक मामले सामने आ रहे थे।