दिल्ली: अकाली दल के सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर सहित 15 अकाली नेता गिरफ्तार
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को एक वर्ष पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने किसानों के समर्थन में दिल्ली में जमकर विरोध किया। अकाली दल के नेताओं ने पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बाद भी सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में रकाबगंज गुरुद्वारा से संसद तक विरोध मार्च निकाला। इसको लेकर पुलिस ने सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर सहित 15 अकाली नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
अकाली दल ने किया था 'ब्लैक फ्राइडे विरोध मार्च' का आह्वान
बता दें कि तीन कृषि कानूनों को एक साल पूरे होने को लेकर अकाली दल ने किसानों के समर्थन में विरोध करने तथा शुक्रवार को रकाबगंज गुरुद्वारा से संसद तक 'ब्लैक फ्राइडे विरोध मार्च' निकालने का आह्वान किया था। इसको लेकर गुरुवार रात से ही समर्थकों का गुरुद्वारे पर जुटना शुरू हो गया था। इसके लिए पुलिस ने भी कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे और गुरुद्वारे से संसद तक के मार्ग पर जगह-जगह बेकिकेडिंग और पुलिस बल तैनात किया था।
पुलिस ने विरोध पर मार्च निकालने की नहीं दी थी अनुमति
SAD के 'ब्लैक फ्राइडे विरोध मार्च' के आह्वान को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुखबीर सिंह और प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा को नोटिस भेजकर विरोध मार्च नहीं निकालने के लिए कहा था। पुलिस उपायुक्त (DCP) दीपक यादव द्वारा जारी नोटिस में कहा गया था कि राष्ट्रीय राजधानी में 30 सितंबर तक सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और त्योहार से संबंधित सभाओं पर प्रतिबंध होने के कारण मार्च की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
SAD ने अनुमति नहीं मिलने के बाद भी निकाला मार्च
पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बाद भी SAD की ओर से रकाबगंज गुरुद्वारा से मार्च शुरू कर दिया। इसका नेतृत्व में सुखबीर सिंह और हरसिमरत कौर ने किया। SAD के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर पुलिस की बेरिकेडिंग को हटा दिया। कई जगह पुलिस से झड़प भी हुई। इसको देखते हुए पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सुखबीर सिंह, हरसिमरत कौर सहित 15 नेताओं को हिरासत में ले लिया। सभी नेताओं को संसद मार्ग पुलिस थाने में रखा गया है।
पुलिस ने किए थे कड़े सुरक्षा इंतजाम
SAD के 'ब्लैक फ्राइडे विरोध मार्च' के आह्वान को देखते पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे। पुलिस ने नई दिल्ली में धारा-144 लागू करने के साथ दिल्ली से हरियाणा को जोड़ने वाली सीमाओं को सील कर दिया था। इसके अलावा पंडित श्री राम शर्मा और बहादुरगढ़ शहर मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया। वहीं, कश्मीरी गेट बस अड्डा, नई दिल्ली एवं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
सुखबीर सिंह ने पुलिस पर लगाया लाठीचार्ज करने का आरोप
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान सुखबीर सिंह ने कहा कि मोदी सरकार और हरियाणा सरकार ने उनके कार्यकर्ताओं को रोक दिया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और उनके वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए शांतिपूर्ण धरने को रोक दिया। उन्होंने कहा कि वह यहां प्रधानमंत्री मोदी को यह संदेश देने आए हैं कि न केवल पंजाब बल्कि पूरा देश उनकी सरकार के खिलाफ है। सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा।