NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम मुद्दे पर बातचीत से किया इनकार, बोले- ये सब कुछ माइंडगेम है   
    अगली खबर
    किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम मुद्दे पर बातचीत से किया इनकार, बोले- ये सब कुछ माइंडगेम है   
    केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम के मुद्दे पर बातचीत से किया इनकार

    किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम मुद्दे पर बातचीत से किया इनकार, बोले- ये सब कुछ माइंडगेम है   

    लेखन नवीन
    Apr 22, 2023
    08:39 pm

    क्या है खबर?

    केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम के मुद्दे पर बातचीत से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने कॉलेजियम के मुद्दे को 'माइंडगेम' भी करार दिया है।

    उन्होंने कहा, "कॉलेजियम का मुद्दा पूरी तरह माइंडगेम का है। मैं इस बारे में कोई बात नहीं करना चाहता हूं।"

    दरअसल, रिजिजू ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्तिों सहित केंद्र सरकार के समक्ष लंबित कॉलेजियम की विभिन्न सिफारिशों के बारे में पूछे जाने पर ये टिप्पणी की है।

    रिजिजू

    रिजिजू ने कहां दिया बयान?

    अरुणाचल प्रदेश में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कानून मंत्री रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों को लेकर पूछे सवाल पर चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ भी नहीं बोलना चाहते हैं। हालांकि, पूर्व में रिजिजू कॉलेजियम सिस्टम के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं।

    कानून मंत्री रिजिजू अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में 4G सेवाओं के लिए 254 मोबाइल टावर उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे।

    बयान

    इलाहाबाद हाई कोर्ट के कार्यक्रम में दिया था विवादित बयान

    फरवरी में रिजिजू ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक कार्यक्रम में विवादित बयान किया था।

    उन्होंने कहा था, "मैंने मीडिया में देखा कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने चेतावनी दी है। इस देश के मालिक यहां के लोग हैं, हम सिर्फ सेवक हैं। हमारी गाइड संविधान है। संविधान के अनुसार देश चलेगा। कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता है।"

    दरअसल, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने अपनी सिफारिशों और न्यायाधीशों की नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर सरकार को चेताया था।

    सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने केंद्र सरकार की अनदेखी पर की थी टिप्पणी   

    केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के बीच काफी लंबे समय से तनातनी चल रही है। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने केंद्र सरकार द्वारा न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए सुझाए नामों की अनदेखी को गंभीर चिंता का विषय बताया था।

    कॉलेजियम ने केंद्र सरकार से कहा था कि न्यायाधीशों की नियुक्तियों को लेकर हो रही किसी भी देरी से उम्मीदवारों की वरिष्ठता प्रभावित होती है।

    ऐसे में कॉलेजियम ने सरकार से नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा था।

    कॉलेजियम

    क्या होता है कॉलेजियम सिस्टम? 

    सुप्रीम कोर्ट के 5 सबसे वरिष्ठ जजों के समूह को कॉलेजियम कहा जाता है।

    यह कॉलेजियम ही जजों की नियुक्ति और ट्रांसफर पर फैसला लेता है और तय नामों को केंद्र के पास भेजता है। राष्ट्रपति इन पर अंतिम मुहर लगाते हैं।

    2014 में सरकार ने कॉलेजियम सिस्टम को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) अधिनियम बनाया था।

    हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर, 2015 को इसे खारिज करते हुए कॉलेजियम सिस्टम को बहाल कर दिया था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    किरेन रिजिजू
    सुप्रीम कोर्ट
    कॉलेजियम सिस्टम

    ताज़ा खबरें

    भारत की वो पहली मिस वर्ल्ड, जिसने उधार के कपड़ों में जीता 'विश्व सुंदरी' का खिताब मिस वर्ल्ड
    ओला गिग और S1 Z स्कूटर की डिलीवरी आगे टली, जानिए क्या है कारण  ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर
    देश में कोरोना वायरस के मामले 2,700 पार, 24 घंटे में 7 लोगों की मौत कोरोना वायरस
    टाटा हैरियर EV से लेकर MG साइबरस्टर जून में होंगी लॉन्च, जानिए इनकी खासियत  टाटा मोटर्स

    किरेन रिजिजू

    सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं राज्य और केंद्र सरकार से संबंधित करीब 35,000 मामले- कानून मंत्री सुप्रीम कोर्ट
    बॉम्बे हाई कोर्ट: जस्टिस शिंदे ने रचा इतिहास, एक दिन में 190 मामलों पर सुनवाई की देश
    CJI की टिप्पणी के बाद बोले कानून मंत्री- भारत जितनी स्वतंत्र न्यायपालिका कहीं नहीं रांची
    कॉलेजियम: सुप्रीम कोर्ट ने कानून मंत्री के बयान पर जताई आपत्ति, जानें क्या कहा सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट

    अंबानी परिवार को विदेश में भी मिलेगी 'जेड प्लस' श्रेणी की सुरक्षा, खुद उठाना होगा खर्च नीता अंबानी
    अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति गठित की, 2 महीने में मांगी रिपोर्ट SEBI
    सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, चुनाव आयोग प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया बदली चुनाव आयोग
    समलैंगिक विवाह को मान्यता देने का सरकार ने किया विरोध, भारतीय पंरपरा के खिलाफ बताया केंद्र सरकार

    कॉलेजियम सिस्टम

    कॉलेजियम सिस्टम क्या है और अभी इस पर क्यों चर्चा हो रही है? सुप्रीम कोर्ट
    कॉलेजियम विवाद के बीच सुप्रीम कोर्ट से बोली केंद्र सरकार- सिफारिशों को जल्द मंजूरी देंगे सुप्रीम कोर्ट
    सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में अपना प्रतिनिधि चाहती है सरकार, कानून मंत्री ने CJI को लिखा पत्र केंद्र सरकार
    सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने फिर की समलैंगिक वकील को जज बनाने की सिफारिश, आपत्तियां सार्वजनिक कीं सुप्रीम कोर्ट
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025