जम्मू-कश्मीर: हालिया वर्षों में सीमापार से घुसपैठ का सबसे बड़ा प्रयास, सेना का अभियान जारी
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने हालिया वर्षों की सबसे बड़ी घुसपैठ का प्रयास किया है, जिसके बाद भारतीय सेना का ऑपरेशन जारी है। सोमवार सुबह से ही उत्तर कश्मीर के उरी सेक्टर में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम को घुसपैठ के प्रयास का पता चला था। यह घुसपैठ ऐसे समय हुई है, जब 18 सितंबर को उरी हमले के पांच साल पूरे हुए थे।
पहली बार घुसपैठ के बाद मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद
NDTV ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान से छह हथियारबंद भारत में घुस आए हैं। उन्हें रोकने के प्रयास में एक सैनिक घायल हुआ है। सेना ने बताया कि घुसपैठियों का पता लगाने का अभियान जारी है और अभी तक उनके ठिकाने का पता नहीं चल पाया है। जम्मू-कश्मीर में यह पहली बार है, जब घुसपैठ के प्रयास के बाद इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को ठप्प किया गया है।
मौके पर भेजा गया अतिरिक्त बल
सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षाबलों को मौके पर भेजा गया है और एक बड़े इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इससे पहले अप्रैल में सेना ने कुछ ही घंटों के भीतर 12 आतंकियों को ढेर किया था।
सीजफायर के उल्लंघन की कोई घटना नहीं
सीजफायर का ऐलान होने के बाद यह दूसरी बार है, जब सीमा पार से घुसपैठ की घटना सामने आई है। हालांकि, सेना का कहना है कि सीजफायर लागू होने के बाद इसके उल्लंघन की कोई घटना सामने नहीं आई है। 15 कोर के GOC लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा, "इस बार कोई सीजफायर उल्लंघन नहीं हुआ है। हम किसी भी तरह के उल्लंघन के लिए तैयार है, लेकिन सीमा पार से कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की गई है।"
घुसपैठियों की तलाश जारी- पांडे
लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने बताया, "उरी सेक्टर में बीते 24 घंटों से ऑपरेशन जारी है। हमें लगता है कि सीमा पार से घुसपैठ का प्रयास किया गया है। हम घुसपैठियों की तलाश कर रहे हैं। वो घुसपैठ करने में कामयाब रहे हैं या वापस चले गए हैं, इस बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है।" उन्होंने बताया कि एक समूह को मार गिराया गया है, जबकि दूसरे समूह की तलाश की जा रही है।
कृष्णा घाटी में नाकाम कर दी गई थी घुसपैठ की कोशिश
इसी महीने की शुरुआत में आतंकियों ने कृष्णा घाटी में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे सेना ने नाकाम कर दिया था। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकवादी वापस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर भाग गए। भागते समय आतंकियों का कुछ सामान पीछे छूट गया, जो पाकिस्तान में बना हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस समूह में चार से पांच आतंकी शामिल थे और उनके पास भारी मात्रा में हथियार मौजूद थे।
आतंकी संगठनों ने तेज कर दी हैं गतिविधियां
पिछले महीने खबर आई थी कि पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने भारत में घुसपैठ के प्रयास बढ़ा दिए हैं। अफगानिस्तान के घटनाक्रमों के बीच इन संगठनों ने अपने आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिशें तेज कर दी हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सीमा के पास स्थित आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय हो गए हैं और यहां फिर से आतंकी देखे गए हैं। पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ के प्रयास भी बढ़े हैं।