अफगानिस्तानी आतंकवादियों को भारत में भेजने की कोशिश में पाकिस्तान, खुफिया एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
भारत के साथ बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान अब अफगानिस्तानी आतंकवादियों को कश्मीर में भेजने की तैयारी में लगा है। खुफिया एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि लगभग 100 अफगानिस्तानी आतंकवादियों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में रखा गया है और ये कश्मीर में घुसपैठ करने को तैयार हैं। सूत्रों के मुताबिक तीन दिन पहले PoK के लीपा वैली इलाके में ऐसे 15 आतंकवादियों को देखा गया था। यह इलाका उरी और तंगधार इलाके के सामने है।
सुरक्षाबलों को निशाना बना सकते हैं आतंकवादी
भारत सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया था। इसके बाद खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि आतंकवादी कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों को निशाना बना सकते हैं। कश्मीर के अलावा आतंकवादी देश के दूसरे शहरों को भी निशाना बना सकते हैं। हमले की आशंका को देखते हुए दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में पहले से ही अलर्ट जारी है।
जैश-ए-मोहम्मद ने बनाई नई रणनीति
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि बीते दिनों पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की बैठक हुई थी। जैश सरगना मसूद अजहर के भाई अब्दुल राउफ असगर की बुलाई इस बैठक में आतंकी संगठन के लॉन्च कमांडरों ने हिस्सा लिया था। याद दिला दें कि इस साल फरवरी में जैश-ए-मोहम्मद ने ही पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकी हमला किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे।
इस वजह से अफगानिस्तानी आतंकवादियों का सहारा ढूंढ रहा पाकिस्तान
सूत्रों ने बताया कि पिचले कुछ समय से कश्मीर घाटी से आतंकी संगठनों में जाने वाले युवकों की संख्या कम हुई है। इसके अलावा कश्मीर में पिछले कुछ समय से चलाए जा रहे आतंकवादियों के सफाए के ऑपरेशन के चलते बड़ी संख्या में आतंकियों को ढेर किया गया है। इसे देखते हुए पाकिस्तान अब अफगानिस्तान के आतंकवादियों के सहारे भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश में है। PoK में भी आतंकियों ने भर्ती अभियान चलाया था।
पाकिस्तान ने कही थी कश्मीर सीमा पर सैनिक तैनात करने की बात
कश्मीर मामले में तीसरे पक्ष की दखल की कोशिश में लगा पाकिस्तान नई-नई कोशिशें कर रहा है। इस मामले में अभी तक उसे हर जगह से निराशा हाथ लगी है। ऐसे में हताश पाकिस्तान भारत पर दवाब बनाने के लिए नए पैंतरे आजमा रहा है। कुछ दिन पहले अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद खान ने कहा था कि उनका देश अफगानिस्तान की सीमा पर तैनात अपने सैनिकों को भारतीय सीमा पर तैनात कर सकता है।
गलत समय पर आया भारत का फैसला- मजीद
न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मजीद ने कहा, "कश्मीर पर भारत का फैसला गलत समय पर आया है क्योंकि पाकिस्तान अफगान सीमा पर सैन्य नियंत्रण को मजबूत करने में जुटा है। यह अफगानिस्तान में जारी युद्ध को समाप्त करने की एक कोशिश है।" उन्होने कहा, "हमारे पास अफगान सीमा पर काफी सैनिक तैनात है। अगर कश्मीर की तरफ हालात बिगड़ते हैं तो इन्हें भारतीय सीमा पर तैनात किया जा सकता है। पाकिस्तान इस पर नजरें बनाए हुए है।"